#इंजीनियरिंग करने वालों के लिए खुशखबरी...!!!
अब #भोपाल में अपनी #राष्ट्रभाषा #हिंदी में कर सकेंगे इंजीनियरिंग..!!!
भोपाल : जो #युवा #अंग्रेजी भाषा में कमजोर होने की वजह से इंजीनियरिंग की पढ़ाई नहीं कर पा रहे थे , वे अब राष्ट्रभाषा हिंदी में इंजीनियरिंग कर पाएंगे ।
भोपाल स्थित "#अटल_बिहारी वाजपेयी हिंदी #विश्वविद्यालय " में वर्तमान सत्र से ही यह कार्य शुरू हो रहा है।
#देश में वर्षों से इंजीनियरिंग और #मेडिकल की पढ़ाई अंग्रेजी में ही हो रही है। देश में पहली बार ऐसा होने जा रहा है जो हिंदी में पढ़ाई होगी ।
#विश्वविद्यालय ने फिलहाल #मैकेनिकल, #सिविल, और #इलेक्ट्रिकल शाखा में इंजीनियरिंग की #डिग्री और #डिप्लोमा पाठ्यक्रम शुरू किए हैं।
कुलपति प्रो. मोहनलाल छीपा ने बताया कि चालू #शिक्षा सत्र से हिंदी में इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम पूरी तैयारी के साथ शुरू कर दिया है। मैकेनिकल, सिविल और इलेक्ट्रिकल शाखाओं में डिग्री और डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के लिये प्रवेश प्रक्रिया जारी है। प्रवेश प्रक्रिया पूरी होने के बाद हम हिन्दी माध्यम में क्लास शुरू कर देंगे।
उन्होंने आगे कहा कि महत्वपूर्ण यह है कि लगभग 250 साल से इंजीनियरिंग और मेडिकल शिक्षा पर अंग्रेजी माध्यम का कब्जा रहा है और इसमें अब हिन्दी माध्यम का विकल्प उपलब्ध कराने का यह प्रयास किया जा रहा है। #विद्यार्थियों को किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं आने दी जायेगी।
Jago Hindustani - Now engineering is possible in Hindi language in Bhopal |
विश्वविद्यालय फिलहाल भोपाल के "मिन्टो हाल" पुराने विधानसभा भवन में कार्य कर रहा है। करीब 50 एकड़ क्षेत्र में इसका अपना परिसर निर्माणाधीन है। #मध्यप्रदेश_सरकार ने 19 जून 2011 में इसकी स्थापना करवाई थी।
उन्होंने इसके आगे कहा कि 31 अगस्त तक प्रवेश प्रक्रिया पूरी हो जाएगी जिसके बाद हम चालू सत्र में हिन्दी माध्यम से पढ़ाई शुरू कर देंगे फिर चाहे इसमें केवल एक ही छात्र क्यों न हो। हम इस धारणा को बदलना चाहते हैं कि तरक्की केवल अंग्रेजी से ही हो सकती है ।
कुछ देशों को छोड़ दिया जाए तो #रूस, #इस्राइल, #चीन, #जापान, #कोरिया, और #जर्मनी सहित दुनिया के अन्य देशों में इन पाठ्यक्रमों की शिक्षा इन देशों की अपनी भाषा में दी जाती है और ये सभी देश भी बड़ी तरक्की कर रहे हैं।
अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय में तीन शाखाओं में होंगी 180 सीट...!!!
अभियांत्रिकी की तीन शाखाओं (मैकेनिकल, सिविल और इलेक्ट्रिकल ) में बीई डिग्री और डिप्लोमा पाठ्यक्रम में, प्रत्येक में 30-30 स्थान हैं। इस प्रकार तीन शाखाओं में कुल 180 विद्यार्थियों को हिंदी में इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम पढ़ाया जा सकेगा। इसके लिए गणित, भौतिकी और रसायन शास्त्र सहित पाँच संकायों की व्यवस्था की गई है।
अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय को धन्यवाद है जिन्होंने अंग्रेजी की गुलामी छोड़कर राष्ट्रभाषा में पढ़ाई चालू कर दी है।
अंग्रेजी भाषा के मूल शब्द लगभग 10,000 हैं, जबकि हिन्दी के मूल शब्दों की संख्या 2,50,000 से भी अधिक है।
संसार की उन्नत भाषाओं में हिंदी सबसे अधिक व्यवस्थित भाषा है। हिंदी दुनिया की तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है ।
हिंदी दुनिया की सर्वाधिक तीव्रता से प्रसारित हो रही भाषाओं में से एक है । वह सच्चे अर्थों में विश्व भाषा बनने की पूर्ण अधिकारी है ।
हिंदी दुनिया की सर्वाधिक तीव्रता से प्रसारित हो रही भाषाओं में से एक है । वह सच्चे अर्थों में विश्व भाषा बनने की पूर्ण अधिकारी है ।
हिंदी का #शब्दकोष बहुत विशाल है और एक-एक भाव को व्यक्त करने के लिए सैकड़ों शब्द हैं जो अंग्रेजी भाषा में नही हैं ।
हिन्दी लिखने के लिये प्रयुक्त देवनागरी लिपि अत्यन्त वैज्ञानिक है । हिन्दी को #संस्कृत शब्दसंपदा एवं नवीन शब्द रचना सामर्थ्य विरासत में मिली है।
अतः हमें राष्ट्रभाषा हिंदी का महत्व समझकर अपनी मातृभाषा का अधिकाधिक उपयोग करना चाहिए ।
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