विधर्मी हमें हमारी ही संस्कृति से विमुख करना चाहते है
विधर्मी हमें हमारी ही संस्कृति से विमुख करना चाहते है...
संत आशाराम बापूजी ने ईसाई धर्म-परिवर्तन को रोकने के कई ठोस कार्य किये है। उन निर्दोष संत को बेवजह जेल में रखना ये हमारी न्याय व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह है।
हिन्दू संस्कृति के लिए कार्यरत हिन्दू संतों को विधर्मी तोड़ना चाहते है।
संतो के प्रति नफरत पैदा कर हमे हमारी संस्कृति से विमुख करना चाहते है।
इसीलिए पिछले 50 वर्षों से भारतीय संस्कृति उत्थान कार्यो में सेवारत बापूजी को भी षड़यंत्र के तहत फसाया गया है।
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