क्या मीडिया को मिली है खुली छूट संत आसाराम बापूजी जैसे निर्दोष संतो के खिलाफ मन-गढंत कहानियाँ दिखाने की? - वरिष्ठ पत्रकार हबीब खान
डीसीपी अजय पाल लाम्बा का बयान है कि ‘‘एफआईआर में बच्ची ने 376 (बलात्कार) का आरोप नहीं लगाया है । हम बार-बार यह कह रहे हैं कि मेडिकल रिपोर्ट जो दिल्ली से आयी है उसमें भी किसी भी तरह से 376 के आरोप के पक्ष में कोई सबूत नहीं है ।’’ मेडिकल रिपोर्ट से भी बलात्कार की पुष्टि नहीं होती।
फिर भी क्यों निर्दोष संत आसाराम बापूजी पर तथ्यहीन और झूठे आरोप लगाकरीडिया उछाल रही है???
27 महीनें हो गए, अभीतक एक भी आरोप सिद्ध नही हुआ,फिर क्यों 76 वर्षीय वरिष्ठ संत आसाराम बापूजी को जेल में रखा जा रहा है???
एक के बाद एक झूठा आरोप लगना - क्या यह षड़यंत्र नही है ???
वास्तविकता यही है कि जो भी ईसाई मिशनरियों द्वारा चलाये जा रहे धर्मांतरण में रुकावट बनते हैं, उन्हें जनता में बदनाम किया जाता है ।
वास्तव में संत आशारामजी बापू आश्रम प्रतीक है अध्यात्मिक उन्नति व अनंत सेवाकार्यों का।
क्या मिडिया ने कभी बताया क़ि संत आशाराम बापूजी आश्रम द्वारा कितने भूखे पेट अनाज, माकन व जीवन उपयोगी वस्तुएं पाते है।
संत आसाराम बापूजी ने गरीबों के लिए ' भजन करो ,भोजन करो, रोज़ी पाओ योजना ' चलाई।
संत आसारामजी बापू के खिलाफ साजिश की योजना का पर्दाफाश शीघ्रातिशीघ्र होना चाहिए।
और जनता से अपील है कि वे ऐसे बिकाऊ, देशद्रोही मीडिया को न देखें जो हमारे संस्कृति रक्षक निर्दोष संतों पर अनर्गल आरोप लगाकर उन्हें बदनाम कर रहे है।
देखिये वीडियो🏼
Official Jago hindustani Visit
🏼🏼🏼🏼🏼
🏼🏼🏼🏼🏼
Youtube - https://goo.gl/J1kJCp
Wordpress - https://goo.gl/NAZMBS
Blogspot - http://goo.gl/1L9tH1
Twitter - https://goo.gl/iGvUR0
FB page - https://goo.gl/02OW8R
जागो हिन्दुस्तानी
No comments:
Post a Comment