
मैगी के बाद अब नेस्ले इंडिया के पास्ता पर बैन लगने की तैयारी...

गौरतलब है कि इसी साल मई-जून में मैगी में तय मात्रा से अधिक सीसा और वादे के विपरीत एमएसजी पाया गया था। इसके बाद पूरे देश में मैगी को बैन कर दिया गया था।

अपने खाद्य पदार्थ को No.1बताकर भोली भाली
भारत की जनता को लूटने वाली विदेशी कंपनी नेस्ले मैगी पर थू-थू हुई थी, अब पास्ता पर भी बैन लगने की तैयारी है।

सरकार की खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला में नेस्ले कंपनी के पास्ता के नमूनों में सीसे की मात्रा तय सीमा से ज्यादा मिली है।

खाद्य एवं औषधि प्रशासन के विशेष अधिकारी अरविंद यादव ने बताया कि श्रीजी ट्रेडर्स के यहां से पास्ता के नमूने लिए थे।

जिसे सरकारी खाद्य विश्लेषण प्रयोगशाला में भेजा गया। रिपोर्ट में इन उत्पादों के नमूने जाँच में असफल रहे। इनमें सीसे की मात्रा 6 पीपीएम पाई गई जबकि स्वीकार्य मात्रा 2.5 पीपीएम है। 4.5 पीपीएम ज्यादा पाया गया। जो स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होता है ।

यादव ने कहा कि मैगी के बाद मैक्रोनी पास्ता के नमूने को लिया गया था और जाँच में सीसे की मात्रा ज्यादा मिली।

रिपोर्ट के अनुसार नमूने परीक्षण में विफल रहे। इस बारे में नेस्ले इंडिया को पत्र भी भेजा गया।

उन्होंने बताया कि रिपोर्ट के आधार पर पास्ता असुरक्षित खाद्य उत्पाद की श्रेणी में आ गया है।

पैकिंग बढ़िया बनाकर विदेशी
कंपनियाँ हमारे देश की जनता का स्वास्थ्य और पैसा लूटकर देश को खोखला कर रहा हैं।
देश में विदेशी कंपनियों की वस्तुओंका विक्रय होने देना अर्थात अपने ही हाथों देश के उद्योगियों को भुखमरी पर लाना एवं देश का पैसा देश के बाहर व्यय करना है।

देशवासियों से अपील है क़ि स्वदेशी चीजें अपनाकर स्वस्थ्य रहे व देश को भी आर्थिक रीत से मजबूत बनायें।

Official Jago hindustani Visit

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