कौन हैं वे साजिशकर्ता ?
कौन हैं वे साजिशकर्ता जो संतों को बदनाम करते हैं ?
और क्यों बदनाम करते हैं ?

संत सदैव सबका भला चाहते हैं । संत आसारामजी बापू अपने सम्पर्क में आनेवाले व्यक्ति से व्यसन, मांसाहार, विकारी सोच तथा दुःख व चिंता बढ़ानेवाली सोच एवं कर्म छुड़ाते जाते हैं और उसे सुख-शांति दिलाते जाते हैं व अंतरात्मा के रस का आस्वाद कराते जाते हैं, जिससे एक दिन वह साधक आत्मसाक्षात्कार की ऊँचाई को छू लेता है ।

पूज्य बापूजी के कई करोड़ साधक हैं और सत्संगी तो उनसे भी ज्यादा हैं ।

एक-एक नशे के उत्पाद तथा वेलेंटाइन डे गिफ्ट्स एवं देश को लूटनेवाले अन्य उत्पादों से सालभर में कई लाख करोड़ रुपये का नुकसान विदेशी कम्पनियों को हो रहा है ।

इस बड़े नुकसान से बचने के लिए बापूजी जैसे संत की प्रतिष्ठा को नष्ट करने के लिए अगर4000-5000 करोड़ रुपये लगा दिये जायें तो इसमें क्या आश्चर्य है !

ईसाई मिशनरियाँ भारत में भोले-भाले लोगों, गरीबों-आदिवासियों को बहला-फुसलाकर तथा लालच दे के उनका धर्मांतरण कराती हैं ।

बापूजी ने उन लोगों को हिन्दू धर्म की महिमा समझायी और उन्हें अपने धर्म में वापस लाने का कार्य किया ।

इससे बापूजी मिशनरियों की आँख की किरकिरी बन गये । और भी ऐसी बहुत-सी बातें हैं, जिनके कारण पूज्य बापूजी के ऊपर षड्यंत्र हुआ है।
4 comments:
Gurukulo ki sthapna karke sanskaari ,sadachari , tejasvi ,shaktishaali ,naagarik taiyaar karana missnariyo ko raas nhi aaya
Gurukulo ki sthapna karke sanskaari ,sadachari , tejasvi ,shaktishaali ,naagarik taiyaar karana missnariyo ko raas nhi aaya
बापुजी भारत को विश्वगुरू बनना चाहते है ,भूले हुए संस्कार की पुन: स्थापना करना चाहते है, missnariyo ,मुस्लिमो को भला कैसे रास आ जाता
हमारे बापू शिव है ,जहर तो वो ही पी सकते है,बाकी के बस की बात नही है
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