हमारे राजा मुगलों का इसी बात पर वध करते थे !
की बाजू काट दी थी !!
तो कानून का पालन कर रहे हैं !!
लगा सकते हैं ! और तब हाथ से गाय काटी जाती थे ! तो
सोच सकते हैं कितने कसाई उन्होने रखे होंगे !
था !
करते थे महावीर त्यागी वो आर्य समाजी थे और सोनीपत से अकेले चुनाव लड़ा करते थे !
दिन आया ! तब पंडित नेहरू ने एक ब्यान दिया !जो लोकसभा के रिकॉर्ड मेँ है आप चाहे तो पढ़ सकते हैं ! नेहरू ने कहा-अगर ये प्रस्ताव पारित हुआ तो मैं शाम को इस्तीफा दे दूंगा !
गौ-रक्षा अगर हो गई इस देश मेँ तो मैं प्रधानमंत्री नहीं रहूँगा ! प्रणाम क्या हुआ जो कांग्रेसी नेता संसद मे गौ
रक्षा के लिए वोट डालने को तैयार हुए थे नेहरू का ये वाक्य सुनते ही सब पलट गए !
नेहरू जी अगर पद छोड़ दे तो क्या होगा ?? क्यूंकि वल्लभ भाई पटेल का स्वर्गवास हो चुका था !
तो कांग्रेसी नेताओ मे चिंता रहती थी कि अगर नेहरू जी भी चलेगे फिर पार्टी का क्या होगा और पता नही
अगली बार जीतेंगे या नहीं जीतेंगे ! और उस समय ऐसी बात
चलती थी nehru is india india is नेहरू !(और ये कांग्रसियो
की आदत है indra is india india is indra )
और अगले दिन महावीर त्यागी को सब ने मजबूर कर दिया और उनको प्रस्ताव वापिस लेना पड़ा !
आप गांधी जी के परम शिष्य है ???
आत्मा घबराती है ये आपने कितनी बार कहा लेकिन जब कानून बनाने का समय आया तब आप ही अपनी बात से पलट रहे है ?
बैठा रहा !और बात आई गई हो गई !
जब वे गांधी जी के साथ मंचपर होते थे तब भाषण करते थे कि कत्लखाने के आगे से गुजरता हूँ तो घिन्न आती है आत्मा चीखती है ! ये सभी कत्लखाने जल्द बंद होने चाहिए !और जब
वे प्रधानमंत्री बनते है तो मुख्य मंत्रियो को चिट्ठी लिखते हैं कि गाय का कत्ल बंद मत करो क्योंकि इससे विदेशी
मुद्रा मिलती है !
रहा है मान लो हमने गाय हत्या बंद करवा दी ! और गौ रक्षा होने लगी तो सारी दुनिया हम पर हँसेगी कि हम
भारत को 18वीं शताब्दी में ले जा रहे हैं ! !
पत्र को पढ़ कर बहुत दुखी हुआ ! राजीव भाई के एक बहुत अच्छे मित्र थे उनका नाम था रवि राय जो लोकसभा के
अध्यक्ष रह चुके थे !उनकी मदद से ये पत्र मिला ! संसद कि लायब्रेरीमे से ! और उसकी फोटो कॉपी रख ली!!
कि विदेशी मुद्रा मिलती है तो क्या विदेशी मुद्रा ही एक प्रश्न था या इससे भी कुछ आगे था !
भी हो सकता है ! वो कहते है कि इंसान अपनी public life
(सार्वजनिक जीवन) मे जो करता है ! उसकी जड़े उसकी private life(निजी जीवन) मे जरूर होती है ! वो भारत का प्रधानमंत्री हो,राष्ट्रपति हो देश के किसी सवैधानिक पद पर बैठा हुआ हो या कोई आम इंसान हो ! या कोई
किसान कोई भी व्यक्ति हो अपनी public life (सार्वजनिक जीवन) मे जो करते है ! उसकी जड़े उसकी जड़े
उसकी private life मे जरूर होती है !
ह्त्या के लिए इतने परेशान थे ! और इसके लिए राजीव भाई
ने बहुत प्रयास किया और नेहरू के निजी जीवन के private
life के बहुत दस्तावेज़ इकट्ठे किए !! कम से कम 500 से ज्यादा
उनके पास थे ! तो पता चला नेहरू खुद गाय का मांस खाता
था ! राजीव भाई कहते है इससे पहले मुझे इतना तो मालूम था कि नेहरू जी शराब पीते हैं ! और सिगरेट भी पीते है और chain smoker है दिन मे 60 से 70 सिगरेट पी जाते हैं !और
भी बहुत कुछ मालूम था उनके चरित्र के बारे मे ! पर ये पहली
बार पता चला कि वो गाय का मांस भी खाते हैं !
उनको lunch के रूप मे भेजने का काम दिल्ली का वही होटल करता था जहां अमेरिका का प्रधानमंत्री जार्ज बुश अंतिम बार 2006 मे आया था और वहाँ रुका था ! और नेहरू
का एक दिन का खर्चा उस जमाने मे 13 हजार रुपए होता
था ।
टिप्पणी की थी राम मनोहर लोहिया ने ! उन्होने संसद मे एक दिन बहुत जोऱदार भाषण दिया था !
कि नेहरू तुम्हारा एक समय के भोजन का खर्च 13 हजार रुपए
है और भारत के 14 करोड़ लोगो को खाने के लिए 2 समय की रोटी नहीं है !तुमको शर्म नहीं आती उस समय के जमाने मे लोहिया जी एक व्यक्ति थे जो नेहरू जी को इस तरह से
बोल पाते थे बाकि सब नेहरू के आगे पीछे ही घूमते थे !
मन मे गाय के लिए प्रेम सिर्फ एक दिखावा था गांधी जी को खुश करने के लिए था और भारत का प्रधानमंत्री बनने के लिए था एक बार प्रधानमंत्री बन गए अब तो कोई कष्ट नहीं है कोई रोकने वाला नहीं तो टोकने वाला नहीं और सरदार पटेल की मृत्यु के बाद तो कोई नहीं !
आ जाये ! और पूरे देश को नेहरू का काला चिट्ठा पता चल गया।
रोकने का बिल पास क्यूँ नहीं हुआ???
coca cola को 3 दिन का नोटिस दिया और भारत से भगा दिया ! और ऐसा नोटिस केवल coco cola को नहीं बल्कि एक और बड़ी विदेशी कंपनी hul(hindustaan
uniliver ) को भी दिया और ऐसे करते करते काफी विदेशी कम्पनियों को नोटिस जारी किया कि जल्दी से जल्दी तुम भारत छोड़ दो !
कानूनी रूप से प्रतिबंध है ! और उन्होंने कहा था ऐसा मैं पूरे
भारत मे करूंगा और जल्दी से गौ रक्षा का कानून भी लाऊँगा और गौ ह्त्या करने वाले को कम से कम फांसी की सजा होगी !
जीवित वापिस नहीं लौटे!
सरकार ने गौ ह्त्या पर सुबह संसद मे बिल पेश किया और शाम को वापिस ले लिया !! क्यों??
अटल जी की सरकार को उस समय दो पार्टिया समर्थन कर रही थी एक थी तेलगु देशम और दूसरी त्रिमूल कॉंग्रेस ! दोनों ने लोकसभा मे कहा अगर गौ ह्त्या पर कानून पास
हुआ तो समर्थन वापिस !!
ह्त्या क्यूँ नहीं बंद होने देना चाहती ???
अधिकार है।
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