विश्वभर से आयी प्रतिक्रियाओं में झलक रहा है जनाक्रोश

1) जनाक्रोश
"आरोप लगाने वाली लड़की के बालिग़ होने के कई प्रमाण हैं और इस लड़की ने बापूजी के खिलाफ जो भी बयान दिया है वह सरासर झूठ है, यह सब लोग जानते हैं ।

हम बीसों साल से बापूजी से जुड़े हैं और हमको पता है कि हमारे बापूजी पूरी तरह से निर्दोष हैं ।

2साल हो गऐ अभी तक एक भी आरोप की पुष्टि नहीं हो पायी है तो उन्हें जमानत क्यूँ नहीं मिल रही है ? बापूजी को जेल में रखकर पूरे विश्व के मानवों का नुक्सान किया जा रहा है "

- श्री संदीप मित्रा, टेक्नीकल लीड इन्फोर्मशन टेक्नोलॉजी, बोस्टन (यूएसए)


2) आवेदन
" हमारी सरकार से यही मांग है कि देश में निष्पक्ष न्याय-व्यवस्था हो । इस न्याय-प्रणाली मैं यह बड़ी हैरानी की बात है कि आरोप सिद्ध हो जाने के बावजूद कुछ लोग खुले घूम रहे हैं पर पिछले इक्कीस महीनों से झूठे केस में फंसाए गए बापूजी को आरोप सिद्ध ना होने के बावजूद एवं कष्टदायी बिमारी के बावजूद भी बेल नहीं मिल रही है । क्या इससे लोगो के मन में न्याय-व्यवस्था में विश्वास उपजेगा ?

सरकार से विनती है कि देशहित में सोचते हुए इस पर गंभीरता से विचार करे और बिकाऊ मीडिया के प्रभाव में ना आये "

- श्री विपिन तिवारी, सीनियर सोफ्टवेयर इंजीनीयर नेशनल ट्रेडिंग डेवलपमेंट, दुबई

3) बेल मिलनी ही चाहिए
" क्या बापूजी के लिए ही पोक्सो बनाया गया है ? उनके साथ इन्साफ क्यों नहीं हो रहा है ? मैं भी एक महिला हूँ और 20 साल से बापूजी से जुडी हूँ ।

बापूजी के सत्संग सान्निध्य से कितना लाभ हुआ है यह मेरा खुद का अनुभव है । मेरे जैसी लाखों महिलाएं जब कह रही हैं कि बापूजी निर्दोष हैं तो हमारी बात क्यों नहीं सुनी जा रही है ?

एक लड़की के पीछे लाखों महिलाएं दुखी हैं, यह सरासर अन्याय है | अब तो बापूजी को बेल मिलनी ही चाहिए, नहीं तो लोगो का भारत की न्याय-व्यवस्था से विशवास ही उठ जाएगा |"

- श्रीमती जलपा मित्रा, अध्यापिका, बोस्टन (यूएसए)
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