
शारदा पीठ (पूरी) के #शंकराचार्य जी के वरिष्ठ शिष्य पूजनीय #ओमकारानंन्द तीर्थ जी ने बताया कि पूज्य संत श्री आसारामजी बापू ने अनेको वर्षो तक तपस्या करते हुए वैदिक #सनातन #संस्कृति का प्रचार -प्रसार किया है उनके दिव्य सानिध्य में अनेकों युवान-युवतियाँ #ब्रह्चारी का जीवन व्यतीत कर अपने को धन्य - धन्य किया हैं ।

निर्दोष #आसाराम जी बापू के साथ हो रहे अन्याय को देखकर, समाज के बुद्धिजीवी और सभी का ह्रदय पीड़ित हैं।
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