आज #कानून ही बना साधन #निर्दोषों को फ़साने का...!!!
यह कैसा कानून...???
जो किसी को भी भेज सकता है #सलाखों के पीछे...!!!
‘‘#केन्द्र #सरकार
#बलात्कार निरोधक
#कानून में जरूरी संशोधन करें ।
- #अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश #वीरेन्द्र #भट्ट, #फास्ट #ट्रैक कोर्ट, #दिल्ली ।
यह कैसा कानून...???
जो किसी को भी भेज सकता है #सलाखों के पीछे...!!!
‘‘#केन्द्र #सरकार
#बलात्कार निरोधक
#कानून में जरूरी संशोधन करें ।
- #अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश #वीरेन्द्र #भट्ट, #फास्ट #ट्रैक कोर्ट, #दिल्ली ।
‘#दामिनी प्रकरण के बाद बनाये गये नये #यौन-शोषण #विरोधी #कानूनों में कई मामूली आरोपों को #गैर-जमानती बनाया गया है ।
इससे ये कानून किसी निर्दोष पर भी वार करने के लिए #सस्ते #हथियार बनते जा रहे हैं । - यह मत अनेक विचारकों एवं #कानूनविदों ने व्यक्त किया है ।
लोग अपनी #दुश्मनी निकालने तथा अपने तुच्छ #स्वार्थों की पूर्ति के लिए #बालिग, #नाबालिग #लडकियों एवं महिलाओं को मोहरा बना के उनसे #झूठे आरोप लगवा रहे हैं ।
भारतीय #आतंकवाद विरोधी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष, अधिवक्ता #वीरेश #शांडिल्य जी कहते हैं : ‘‘इस कानून की चपेट में #संत-समाज, #राजनेता, #सरकारी #अधिकारी, सर्वोच्च #न्यायालय के #न्यायाधीश और आम आदमी सभी आ रहे है । "
यौन-शोषण की धाराओं का अब हथियार की तरह इस्तेमाल होने लगा है, जो किसी भी #आदर्श #समाज के लिए अच्छा संकेत नहीं है । इससे तो देश में अराजकता का माहौल पैदा हो जायेगा ।
#बलात्कार निरोधक कानूनों के प्रावधानों में कुछ कमियाँ हैं जिससे इनका #दुरुपयोग हो रहा है । इनमें ऐसे प्रावधान हैं कि शिकायतकर्ता बिना किसी सबूत के किसी पर भी आरोप लगाकर उसे जेल में पहुँचा सकता है । जिसके कारण इनका दुरुपयोग दहेज #कानून से भी ज्यादा हो रहा है । इनमें जल्द बदलाव हो, नहीं तो एक के बाद एक, आम जनता से लेकर प्रतिष्ठित और सम्मानीय व्यक्तियों तक सभी इनके #जाल में #फँस सकते हैं ।
अब नहीं जगे तो कब जगोगे...???
#राष्ट्रीय #अपराध #रिकॉर्ड के #आँकडों के अनुसार 2013 में #बलात्कार की शिकायतों (कम्प्लेंट्स) में 35% की बढ़ोतरी हुई है ।
दिल्ली महिला आयोग की जाँच के अनुसार अप्रैल 2013 से जुलाई 2014 तक बलात्कार की कुल 2,753 शिकायतों में से 1,466 शिकायतें #झूठी पायी गयीं ।
सिर्फ सवा साल शिकायतों में से आधी से ज्यादा #शिकायतें #झूठी मिलीं ।
सिर्फ सवा साल शिकायतों में से आधी से ज्यादा #शिकायतें #झूठी मिलीं ।
2013 में बलात्कार के मामलों में जेलों में डाले गये 75% लोग निर्दोष रिहा किये गए ।
‘‘ऐसे कई मामले दर्ज किये जा रहे हैं जिनमें महिलाओं द्वारा बदला लेने के लिए तथा निजी प्रतिशोध की भावना से, डरा-धमकाकर पैसों के लिए कानून को हथियार के तौर पर उपयोग किया जाता है । ऐसे मामलों के चलते बलात्कार के #आँकडे बढ़े हुए नजर आते हैं, जिससे हमारे ही समाज को नीचा देखना पड़ता है । " - #दिल्ली उच्च न्यायालय
ऐसे #कानून जो बन रहे है #हथकंडा निर्दोषों को फ़साने का....उस ओर क्यों सरकार का ध्यान नही जा रहा...???
अगर कानून ही बनेगा #भक्षक तो कौन #समाज में सामंजस्य बिठा पायेगा..???
कौन उन्नत और सुदृढ़ समाज की स्थापना कर पायेगा...???
#सरकार को चाहिए क़ि देश में असामंजस्य की स्थिति न उत्पन्न होने पाये इसलिए #शीघ्र इस दिशा की ओर कदम उठाये और जो बेकसूर जेल में कैद है उन्हें #इंसाफ दिलाये।
जय माँ भारती!!!
Official Jago hindustani Visit
Youtube - https://goo.gl/J1kJCp
Wordpress - https://goo.gl/NAZMBS
Blogspot - http://goo.gl/1L9tH1
Twitter - https://goo.gl/iGvUR0
FB page - https://goo.gl/02OW8R
जागो हिन्दुस्तानी
No comments:
Post a Comment