सिंधु सेना : संत आसारामजी बापू के खिलाफ मुकदमा होना साजिश, जमानत न होना बड़ी साजिश
जोधपुर जेल में बिना सबूत 39 महीनों से बन्द संत आसारामजी बापू को अभीतक जमानत नही मिलने पर जोधपुर में सिंधु सेना ने प्रेस कान्फ्रेंस करके उनकी शीघ्र रिहाई की मांग की है ।
आइये जानते हैं कि सिंधी समाज के सिंधु सेना के राष्ट्रीय महासचिव श्री विजय पेशवानी ने प्रेस कान्फ्रेंस में क्या कहा...
उन्होंने कहा कि हमारे पूजनीय संत पूज्य श्री आसारामजी बापू पर 33 माह पुराना केस लगा हुआ है ।
मैं कहना चाहता हूँ कि हमारे हिंदुस्तान के अंदर, इस लोकतंत्र के अंदर FIR होना मतलब आरोप सिद्ध नही हो जाता है ।
सिंधु सेना : संत आसारामजी बापू के खिलाफ मुकदमा होना साजिश, जमानत न होना बड़ी साजिश |
आरोप अभी तक साबित हुआ नहीं है, कोर्ट ने उनको अभी दोषी नहीं माना है, ट्रायल चल रहा है, 39 महीने से अधिक समय हो गया पूज्य संत श्री आशारामजी बापू को जमानत क्यों नहीं ?
इस प्रकार का केस, इस प्रकार की FIR क्या पूरे हिंदुस्तान में पहली FIR है ???
क्या इस प्रकार की FIR पर पहले किसी की जमानत नहीं हुई है ???
पूज्य संत आसारामजी बापू को पहले धमकियाँ मिलती रही, इतने करोड़ दो नहीं तो मुकदमा चलायेगें ।
पूज्य संत श्री आशारामजी बापू के खिलाफ मुकदमा होना, यह साजिश का हिस्सा है और उनकी आज तक जमानत न होना, यह उससे भी बड़ी साजिश का हिस्सा है ।
ऐसे संत महापुरुष, जिन्होंने अपनी 70-80 साल की उम्र में इस देश को, इस समाज को ऐसी-ऐसी सेवाएँ दी...हिंदुत्व के नाते, गौरक्षा के लिए ।
उनकी इतनी सेवाओं को गोल कर दिया गया एक मुकदमें के ऊपर ।
क्या यह मुकदमा बड़ा हो गया ?
उनकी दी गयी सेवाएँ, उनके किये गये कार्य छोटे हो गये ?
मैं पूछना चाहता हूँ इस लोकतंत्र के अंदर क्या जमानत माँगना अपराध है ?
मुकदमा दर्ज होना, मुकदमें की ट्रायल चलना, जमानत आज तक न हो पाना...मैं आप से इसका कारण पूछना चाहता हूँ ।
इस लोकतंत्र के अंदर जमानत मांगना अपराध है ?
जमानत मांगने पर बापूजी बाहर आते हैं तो कौन से मुकदमें को कैसे प्रभावित कर सकते हैं ?
आप ही मुझे बताए..!!
जमानत मांगने पर बापूजी बाहर आते हैं तो कौन से मुकदमें को कैसे प्रभावित कर सकते हैं ?
आप ही मुझे बताए..!!
मैं मीडिया के माध्यम से कहना चाहता हूँ वो आदरणीय इस देश के अंदर हैं । वो आदरणीय ऐसे ही इस देश के अंदर नहीं बनें ।
उनमें कुछ न कुछ कला होगी, उन्होंने देश को कुछ दिया होगा, उन्होंने भक्तिभाव हिंदुत्व के नाम पर इस देश की सेवा की है। अच्छे लोगों को अच्छे रास्ते दिखाए हैं, शराब जैसे बुरी चीजें,अफीम जैसी बुरी चीजें , नशे जैसी बुरी चीजें उनसे छुड़वाई हैं।
उनका अपराध यही है कि वो एक हिन्दू एक देश भक्त हैं, एक सेवक हैं, समाज के एक अग्रणी व्यक्तिओं में हैं । कुछ देशद्रोही ऐसे हैं जिनका हो सकता है बहुत बड़ा नुकसान हुआ हो ।
हिन्दू जो है वो इसाई धर्म की तरफ लंपट हो रहे थे । आसारामजी बापू ने पहला प्रयास किया हिन्दू को ईसाई बनने से रोका है । उनको उस समय से धमकियाँ मिल रही हैं।
मैं सबसे पहले ये कहना चाहता हूँ कि जो यहाँ षड़यंत्र रच रहे हैं, वो क्या आसारामजी बापू को जेल के अंदर ही बिना सजा मिले माफ करना चाहते हैं ? मुकदमा चलना मुकदमें की ट्रायल चलना जमानत अभी तक न मिलना ।
मैं ये कहना चाहता हूँ कि उनके विरुद्ध के जो सारे गवाह थे उन सबके बयान हो गये हैं अब सारे उनके पक्ष के गवाह चल रहे हैं, तो क्या अब भी वो बाहर आने से किसी को प्रभावित कर सकते हैं ?
या आपने बिना गवाह के, बिना decision के उनको आरोपी मान लिया अब उनको अंदर रखेगें बाहर नहीं निकालेंगे चाहे केस का फैसला हो या जमानत हो ।
वो आदमी किस तरह से फेस कर रहा होगा 39 महीनों से, कितनी बड़ी उम्र के हैं ।
मैं वो रिपोर्ट भी लाया हूँ जहाँ कुछ हुआ ही नहीं है ।
मैं वो रिपोर्ट भी लाया हूँ जहाँ कुछ हुआ ही नहीं है ।
मीडिया से भ्रमित होने से पहले सत्य को जानना चाहिए । 39 महीनें से कोई बेवजह जेल में है।
हमको रोना आता है इस देश की मीडिया पर, रोना आता है इस बात पर कि एक आदमी ने प्रक्रिया रच कर कितने दिलों को ठेस पहुँचाई है ।
हमको रोना आता है इस देश की मीडिया पर, रोना आता है इस बात पर कि एक आदमी ने प्रक्रिया रच कर कितने दिलों को ठेस पहुँचाई है ।
आगे सिंधु सेवा राष्ट्रीय संरक्षक देवानंद फेरवानी ने बताया कि मेरा इस केस से कोई लेना-देना नहीं था । हमारे समाज में अनेक युवाओं का कहना है कि आसारामजी बापू को सजा हो गई है वो उलटा हमसे बहस कर रहे हैं । अब उनको समझाने के लिए हमें प्रूफ करना पड़ता है, हमारे पास प्रुफ होते नहीं हैं । हमें भी पता नहीं है सजा हुई है या नहीं । हमें इस केस की बिलकुल जानकारी नही थी।
हमने तत्काल कहा हम जोधपुर जाएगें जोधपुर मददगारियों से इस केस की जानकारी लेगें ।
हमने आज तक की जो परिस्थितियां देखी हैं , आज तक की जो बात सुनी वो अच्छी थी, बाहर की बातें गलत थी । हमारा केवल मकसद ये जो सच्चाई है वही हो । उनकी उम्र 80 साल की है । उनको जल्द से जल्द रिहा करो ।
आगे बताया कि आसारामजी बापू को जल्द से जल्द जमानत मिले 3 साल हो चुके हैं और उनको जमानत मिले इस लिये इस देश में सिंधु सेना हस्ताक्षर का अभियान चलाने जा रही है ।
देश की जनता क्या चाहती है,
देश की जनता का कितना समर्थन है ,
और कितने लोग जानते है सही और गलत ।जल्द से जल्द फैसला हो इस केस का ।
देश की जनता का कितना समर्थन है ,
और कितने लोग जानते है सही और गलत ।जल्द से जल्द फैसला हो इस केस का ।
श्री विजय पेशवानी ने कहा कि जिन लोगों को बापूजी के अंदर रहने से फायदा होता है वो साजिश करता हैं जिन लोगो को बापूजी के बाहर रहने से नुकसान होता है वो ही साजिश करता हैं...!!
आपको बता दें कि जोधपुर के बाद सतना (मध्य प्रदेश) में भी सिन्धु सेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके शीघ्र रिहा करने की माँग उठाई है ।
गौरतलब है कि तीन साल से अधिक समय हो गया संत आसारामजी बापू को क्लीनचिट मिले हुए ।
पर फिर भी बिना सबूत आज तक जेल में रखा गया है जिससे सिंधु सेना ने आक्रोश दिखाते हुये प्रेस कॉन्फेंस बुला संत आसारामजी बापू की शीघ्र रिहाई की मांग उठाई है ।
पर फिर भी बिना सबूत आज तक जेल में रखा गया है जिससे सिंधु सेना ने आक्रोश दिखाते हुये प्रेस कॉन्फेंस बुला संत आसारामजी बापू की शीघ्र रिहाई की मांग उठाई है ।