
13 मई 2016 को दोपहर दिल्ली के जंतर-मंतर पर संत आसारामजी बापू की रिहाई को लेकर #लाखों समर्थक #सत्याग्रह कर रहे थे उन समर्थकों तथा #अखिल #भारत #हिन्दू_महासभा, #हिन्दू जन जाग्रति समिति, #बजरंगदल, #शिवसेना, #विहिप, #हिन्दूसेना समेत अन्य #हिन्दू_संगठनों ने दिल्ली के #संसद भवन थानें में शरद यादव के खिलाफ संत #आसारामजी बापू को जेल भेजने का #षडयंत्र रचने तथा #जबरदस्ती दबाव डलवाकर #पोक्सो #एक्ट लगानें की #शिकायत दर्ज कराई है।

गौरतलब है कि शरद #यादव ने #राज्यसभा में हाल ही में ब्यान दिया था कि संत #आसारामजी बापू को उन्होंने #सोनिया गांधी के साथ मिलकर जेल भेजा था।
शरद यादव ने ऐसा ही #ब्यान बिहार के विधानसभा चुनाव दौरान प्रचार के समय दिया था, जिसे #साबित ना कर पाने के कारण उस समय शरद यादव पर #एफआईआर दर्ज नहीं हो सकी थी ।

परंतु #राज्यसभा में दिए हुए उसके इस ब्यान के बाद अब #शरद यादव मुश्किल में फंसते दिख रहे है ।

#शीघ्र रिहाई एवं #जाँच में तेजी की माँग की...

समर्थकों ने संत #आसारामजी #बापू के खिलाफ लगातार हो रहे अनवरत षडयंत्रों एवं विभिन्न प्रकरणों में साजिश पूर्वक उन्हें #फंसाने की बात को दोहराते हुए #जाँच में तेजी लाने की माँग सरकार से की तथा लगातार गिर रहे #स्वास्थ्य के कारण उन्हें #शीघ्र #जमानत दिए जाने की भी माँग #सरकार के समक्ष रखी है ।

वहीँ #समर्थकों का कहना है कि जब आरोप लगे थे तब लगातार उनके द्वारा यह कहा जा रहा था कि #साजिश रची जा रही है जिसकी जाँच ना करते हुए पुलिस #प्रशासन ने एक पक्षीय कार्यवाही संत आसारामजी #बापू के केस में की है ।

अतः केस पूरा #निराधार एवं फर्जी है बहरहाल अब यह देखना है कि शरद यादव पर #कानूनी #शिकंजा #शीघ्र और किस #हद तक# कसा जाता है।
No comments:
Post a Comment