
बिहार, झारखंड आदि क्षेत्रों में 500-600 गाँव धर्मांतरित हो गये थे ।संत आशारामजी बापू ने उन्हें घर-वापसी करायी । उन लोगों को मकान, जरूरत की चीजें, पैसे, सब कुछ दिया । लोग उनके नाम की माला ले के जपने लगे ।

बापूजी का जीवन बहुत ही पवित्र है और देश के लिए गौ सेवा, मातृ-पितु पूजन,बाल संस्कार केंद्र ऐसे कई सुंदर कार्य किये है ।
No comments:
Post a Comment