जागो हिंदुस्तानी
राष्ट्रीय आविष्कार अभियान में छाया रहा
संत श्री आशारामजी गुरुकुल
मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा दिल्ली में 9 जुलाई 2015 को राष्ट्रीय आविष्कार अभियान का आरम्भ किया गया । राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एन.सी.ई.आर.टी.) द्वारा इसके लिए देशभर के हजारों विद्यालयों में से जिन 10 विद्यालयों की कृतियों का चयन किया गया, उस सूची में प्रथम क्रमांक पर सूचीबद्ध किया गया संत श्री आशारामजी गुरुकुल, अहमदाबाद !
वैज्ञानिक व पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम तथा अनेक केन्द्रीय मंत्रियों द्वारा दिल्ली में इस अभियान का शुभारम्भ किया गया। उपस्थित मान्यवरों, हजारों विद्यार्थियों, अधिकारियों व नागरिकों के लिए गुरुकुल की आयनोक्राफ्ट कृति आकर्षण का केन्द्र बनी रही ।
आयनोक्राफ्ट में ऐसी तकनीकी इस्तेमाल की गयी है जिससे विमान को बिना र्इंधन, बिना इंजन तथा बिना मोटर के उड़ाया जाता है । सरकार द्वारा प्रकाशित पुस्तिका ‘राष्ट्रीय आविष्कार अभियान’ के पृष्ठ क्रमांक १४ व १५ पर आयनोक्राफ्ट का फोटोसहित विवरण छापा गया है ।
पूरे गुजरात से चयनित यह एकमात्र कृति है । सरकार द्वारा इस कृति को चंडीगढ़ की ‘विज्ञान प्रदर्शनी-२०१४’ तथा मुंबई में आयोजित ‘इंडियन साइंस काँग्रेस-२०१५’ के लिए भी चुना गया था । ‘प्लाज्मा अनुसंधान परिषद’ ने भी इस कृति को वर्ष २०१५ में प्रथम पुरस्कार प्रदान किया है ।
इस प्रकार संत श्री आशारामजी गुरुकुल देश को उसका नाम रोशन करनेवाले केवल वैज्ञानिक ही नहीं अपितु विश्व में एक कीर्तिमान स्थापित करनेवाला ‘बहुमंजिला मानव पिरामिड’ बनानेवाले खिलाड़ी, संस्कार-प्रदाता आचार्य, स्वदेशी चिकित्सा-पद्धतियों को बढ़ावा देनेवाले चिकित्सक तथा अन्य विभिन्न क्षेत्रों के श्रेष्ठतम नागरिक प्रदान करेंगे ।
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