जागो हिन्दुस्तानी
अमिताभ बच्चन
ने किया दलाल_मीडिया का सनसनीखेज़ खुलासा 🎥🎥उद्योगपति, राजनैतिक और मीडिया का कर्त्तव्य बनता है कि इस देश के आम आदमी के लिए, सिस्टम को स्थिर और सुनिश्चित बनाये रखना ताकि हर कोई निर्भीक बिना रोके प्रगति कर सके ।
अमिताभ बच्चन
ने किया दलाल_मीडिया का सनसनीखेज़ खुलासा 🎥🎥उद्योगपति, राजनैतिक और मीडिया का कर्त्तव्य बनता है कि इस देश के आम आदमी के लिए, सिस्टम को स्थिर और सुनिश्चित बनाये रखना ताकि हर कोई निर्भीक बिना रोके प्रगति कर सके ।
🎥अब ये लोग अपना कर्त्तव्य कैसे निभा रहें हैं । निभा भी रहें है या नहीं ये आम आदमी कैसे जान पायेगा ?
📺लेकिन
जब सरकार और मीडिया सत्ता की दौड़ में आपसी सौदा कर लेती है तो
【ख़बरें बनती नहीं बनाई जाती है】 तब जनता किस पर विश्वास करे ।
【ख़बरें बनती नहीं बनाई जाती है】 तब जनता किस पर विश्वास करे ।
एक न्यूज़ चैनल पर जिसमें ख़बरों के नाम पर कुर्सी हड़पने की कहानियाँ लिखी जा रही है ।
जहाँ संगिधा और सच्ची ख़बरों को छोड़कर #TRP के नाम पर Sensationalism बेचा जा रहा है ।
🎥इन मीडिया वर्गों ने सच की जबान बनने के बजाय देश के शासन वर्ग से अपना तालमेल बैठाना शुरू कर दिया है । आखिर क्यों ??
🎥इन मीडिया वर्गों ने सच की जबान बनने के बजाय देश के शासन वर्ग से अपना तालमेल बैठाना शुरू कर दिया है । आखिर क्यों ??
📺क्यों बदल दिया है हमने अपना किरदार ?
🎥कौन क्या खबर किस अंदाज में सबसे पहले बताएगा इस होड़ में तमाम अख़बार और न्यूज़ चैनल जुट गये हैं ।
🎥ये होड़ सिर्फ ख़बरों के बाजार में बने रहने की नहीं हैं बल्कि खुद को सबसे तेज और सबसे आगे साबित करने की है ।
🎥ख़बरें एक एसी रेस बन गई है जिसका लक्ष्य है कामयाबी-बनाम-पैसा ।
🎥इस दौड़ में आगे रहने के लिए चाहिए ज्यादा से जयादा दर्शक और ऊँची "टी आर पी" जो तकदील होती है ज्यादा से ज्यादा दौलत । ज्यादा दौलत ।।
🎥जहाँ आज लक्ष्य होना चाहिए था
"ख़बरें" और माध्यम होना चाहिए था "पैसा" और वहाँ आज पैसा बन गया है लक्ष्य और ख़बरें केवल माध्यम ।
"ख़बरें" और माध्यम होना चाहिए था "पैसा" और वहाँ आज पैसा बन गया है लक्ष्य और ख़बरें केवल माध्यम ।
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