
यह सोचने का विषय है कि बलात्कार की शिकायतों में अचानक इतना इजाफा क्यों हो गया है ? क्या नये कानून बनने के बाद नारियों में जागरूकता आयी है या इसका कारण कुछ और है ?

इसका गलत फायदा उठाकर कहीं निर्दोषों को फँसाया तो नहीं जा रहा है ?
आम नागरिक से लेकर प्रसिद्ध हस्तियों तक सभीके लिए असुरक्षितता का माहौल क्यों पैदा हो रहा है ?

महिलाओं के साथ-साथ पुरुष भी अपने को असुरक्षित महसूस क्यों कर रहे हैं ?

संयुक्त परिवार क्यों टूट रहे हैं ? इसे जानने के लिए विभिन्न न्यायाधीशों, न्यायविदों, अधिवक्ताओं, सामाजिक संगठनों के प्रमुखों एवं अन्य मान्यवरों के एवं पर्त्यक्ष अनुभव किया है ।
यह किसी व्यक्ति-विशेष की नहीं बल्कि एक सामाजिक समस्या है । इससे समाज के सभी वर्ग प्रभावित हो रहे हैं ।

इस समस्या के समाधान के लिए सबको प्रयास करना होगा । नहीं तो हो सकता है कि कल आप भी इसके चंगुल में आ जायें । अतः सावधान !
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