
साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर जी दर्द से कहराते हुए पंहुची भोपाल

दिनांक 6 सितंबर 2916 को साध्वी प्रज्ञा जी को देवास कोर्ट मे पेसी पर ले गए थे ।

देवास से चलकर सीहोर से आठ किलो मीटर पहले परमार ढाबा पर दर्द से बेहद कराह रही साध्वी प्रज्ञा का हाथ पैर सुन्न होने लगे थे उन्हें बीच रस्ते में ही रोका गया और एक तखत पर लिटाया ।

उन की असहनीय पीड़ा देखकर किसी भी पत्थर दिल की आँखे भर आती ।

#SadhviPragya कि तबियत बिगड़ी तो पुलिस नें सड़क किनारे बिठा दिया। ना एम्बुलेंस ना डॉक्टर,कोई देशद्रोही होता तो जेहादि मिडीया कितना सिना पिटता।
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Jago Hindustani - sadhawi pragya kaharate hue Pahuchi bhopal |

बाद में सीहोर से एक प्राईवेट डॉक्टर व नर्स को लाकर साध्वी जी को इंजेक्शन दिया गया
थोड़ा आराम मिलने पर भोपाल के लिए रवाना हुए ।

यह है हमारे देश ओर प्रदेश की अंधी बहरी सरकार जो निर्दोष साध्वी प्रज्ञा जी को पता नही कब इस कारागृह बंधन से मुक्त करेंगे
क्या राजनीतिक लाभ लेना चाहते है यह तो केंद्र ओर प्रदेश सरकार ही जाने ।

सेक्युलर मिडिया को भी नहीं दिखती साध्वी जी की पीड़ा?

जागो हिन्दुओ जागो
ओर साध्वी प्रज्ञा जी के सम्मान मे एक होकर अपनी आवाज उठाओ ।
माँ साध्वी प्रज्ञा जी को
रिहा करो... रिहा करो....
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