
#सनातन#संस्कृति के रक्षकों पर ही अत्याचार क्यों और कबतक ?

#पवित्र_भारत की मात्रभूमि पर समय –समय पर #संत महात्माओं व सिद्ध पुरुषों ने अवतरित होकर परोपकार हेतु जनकल्याण किया है ! समाज पर जब भी अत्याचार और अन्याय के बादल छाये या समाज में भटकाव और बिखराव की स्थिति उत्पन्न हुई तब संत-महात्माओं ने ही समाज को सही राह दिखाई ।

हमारा देश संतों महात्माओ का #देश है, और आज हम #ऋषि-मुनियों की परंपरा के कारण ही अपनी #संस्कृति और सभ्यता को बचाए हुये है, इस संत परंपरा को हमें ख़तम नहीं होने देना है । #राष्ट्र के विकास के लिए संत-महापुरुषों का मार्गदर्शन अति आवश्यक है लेकिन आज देश को तोड़नेवाली शक्तियाँ विभिन्न माध्यमों से सनातन संस्कृति के प्रहरी संत-महापुरुषों को बदनाम कर जनता को गुमराह कर रही है ।
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Jago Hindustani- sanatan sanskriti pr ataychar kab tak |

भारतीयों को अपनी संस्कृति एवं नैतिकता से भ्रष्ट करने के लिए शातिर विदेशी ताकतें देश में #न्यूज_चैनलों, #अखबारों, #धार्मिक_आस्थाओं और नैतिक मूल्यों को तोड़नेवाली #फिल्मों, #मैगजीन्स, #इंटरनेट आदि के माध्यमों का इस्तेमाल करके जनता को अश्लीलता, भोगवादिता और व्यसनों में उलझा रही हैं । जनमानस को हकीकत बताकर संत-महापुरुष ऐसे साजिश को विफल कर देते है । उनके अरबों के करोबार को जब नुकसान पहुँचता है तब वह करोड़ों लगाकर विभिन्न #षड्यंत्र रचकर संत महापुरुषों को बदनाम करते हैं ।

जिन भी संतों-महापुरुषों ने #संस्कृति_रक्षा व जन-जागृति का कार्य किया है, उनके खिलाफ षड्यंत्र रचे गये हैं । इतिहास इसका गवाह है । वर्तमान में भी वहीं सिलसिला जारी है । साध्वी #प्रज्ञा_संत #आशारामजी_बापू, #स्वामी_असीमानंद, #नारायण_साईं
, कर्नल पुरोहित, धनंजय देसाई, #दारासिंह, #कमलेश तिवारी आदि हमारे #सनातन_संस्कृति के रक्षकों को षड्यंत्र में फँसाकर झूठे आरोप लगा के गिरफ्तार किया गया, उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है । जनता को गुमराह करने के लिए अधिकांश #मीडिया द्वारा झूठे आरोपों को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जाता रहा है जिसके कारण बिना ठोस सबूत होते हुए इन्हें जमानत तक नहीं मिल रही है ।

देश भक्षकों, देशद्रोही, घोटालेबाज को सजा मिलने के बाद भी तुरंत जमानत व बरी कर दिया जाता है वही आज भी देश रक्षकों को तारीख पर तारीख देकर जेल में रहने के मजबूर किया जा रहा है । ऐसा क्यों हो रहा हिन्दू बहुल देश में ? क्या कानून हिन्दूओं पर ही लागू होने के लिए बनाया गया है ? वर्तमान सरकार किसके वोट से जीत कर आयी है ? क्या आगे चुनाव नहीं होगा ? वर्तमान सरकार किसके इशारे पर चल रही है ? क्यों सरकार अभी तक संस्कृति रक्षकों को #न्याय नहीं दिला पायी ?

#कश्मीर में #आतंकवादियों के समर्थन में लाखों लोग जमा हो जाते हैं । कुछ मीडिया वर्ग भी #देशद्रोहियों को समर्थन करने लग जाता हैं । गद्दार गद्दारी करता है उसका धर्म है तो क्या हमलोगों देश की सेवा में जीवन अर्पण करनेवाले निर्दोष संस्कृति प्रहरियों के लिए अपना धर्म नहीं निभायेंगे, उनके लिए आवाज नहीं उठायेंगे ? सुरक्षित देश, सुरक्षित भविष्य चाहते है तो अपना अधिकार के साथ कर्तव्य निभाना पड़ेगा । वरना गद्दारों का #षड्यंत्र हमलोगों को भी चपेट में ले सकता है ?

संतगण हमारे समाज की अमूल्य निधि हैं और वे पूरी निष्ठा के साथ समाज का #आध्यात्मिक मार्गदर्शन करने के साथ-साथ लोगों को सामाजिक बुराईयों के प्रति सजग करके लोगों को उन्नत बनाते रहे हैं । आज उनके मार्गदर्शन के कारण समाज को अपूर्णनीय क्षति हो रही है ? क्या भारतीय समाज अपने रक्षकों पर इस प्रकार के अत्याचार व अन्याय को सहता रहेगा ? इसके खिलाफ हमें एकजुट होना होगा ।

साध्वी #प्रज्ञासिंह_ठाकुर 9 वर्ष से, कर्नल पुरोहित 7 वर्ष से, संत आसारामजी बापू 3 वर्ष से, श्री धनंजय देसाई 2 वर्ष से जेल में है ! #सनातन_संस्था जैसे अनेक धार्मिक संगठन पर बंदी का षडयंत्र रचा जा रहा है ।

#हिन्दुओं, यह अन्याय क्यों सहे ? इसके लिए हिन्दू रक्षकों पर अन्यायकारी कार्यवाही के विरोध में एक विशाल आंदोलन का आह्वान किया है । विदेशी शक्ति, कुछ हिन्दूद्रोही मीडिया एवं आधुनिकतावादियों के दबाव में चल रहे इस षडयंत्र को विफल करने हेतु दिनांक 28 जुलाई 2016, दोपहर 2 बजे, #आजाद_मैदान, #मुम्बई सभी #देशप्रेमी, #संस्कृतिप्रेमी, #गौप्रेमी जनता इस आंदोलन में भारी संख्या में सहभागी हो !

हिन्दू धर्म पर हो रहे अन्याय के विरुद्ध संगठित होना, धर्मकर्तव्य ही है !

सहभागी संगठन
1). वीर जिजामाता प्रतिष्ठान 2).अजिंक्य मावळा प्रतिष्ठान 3). रायगड संवर्धन समिती 4).श्री शिव प्रतिष्ठान हिंदुस्थान 5). हिंदुराष्ट्र सेना 6). राम सेना 7). हिंदु महासभा 8).हिंदु जागरण समिती 9). संत आशारामजी बापू भक्त परिवार करणी सेना 11). महाराणा प्रताप बटालियन 12).भारतीय युवा शक्ती 13). स्वराज्य युवा प्रतिष्ठान ।
🔹समस्त राष्ट्रप्रेमी एवं हिंदुत्वनिष्ठ संगठन, मुम्बई
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