
एक और नया खुलासा....

#राजस्थान #मेडिकल #बोर्ड एवं #आयुर्वेद विशेषज्ञों की रिपोर्ट के अनुसार #संत_आशारामजी_बापू अनेक भयंकर बीमारियों से ग्रसित पाए गए ।

राजस्थान #हाई_कोर्ट के अनुसार #एस.एन. मेडिकल #कॉलेज में 28 जून को संत आशारामजी बापू की सेहत की जाँच की गई थी ।

जाँच रिपोर्ट में जो बात सामने आयी, उसके मुताबिक संत आशारामजी बापू को #ट्राईजेमिनल #न्यूरोलॉजिया (अनंत वात ) नाम की बीमारी है ।

उनके शरीर में....

1. #खून की कमी है यानि उन्हें #एनीमिया हैं ।

2. उन्हें पेशाब से सम्बंधित बीमारी है अर्थात (#Urinary symptoms) भी है ।

3. पीठ में दर्द है । इसके लिए डॉक्टरों ने #फिजियोथेरेपी की सलाह भी दी है ।

4. बढती #उम्र के चलते उनके घुटने में #ओस्टियो आर्थ्रीइटीस के चलते घुटनों में दर्द, #थॉयराइड्स कंट्रोल से पीड़ित है इसलिए उन्हें चलने फिरने में काफी तकलीफ होती हैं । #व्हील_चेयर पर आ चुके है ।

5. जाँच के दौरान उन्होंने #डॉक्टरों को बताया कि उनके चेहरे के दांये हिस्से में बहुत ही तेज दर्द होता हैं । उन्होंने यह भी बताया कि चलने-फिरने में, उठने-बैठने में भी उन्हें काफी तकलीफ होती हैं । #मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 15, 16 साल से #ट्राईजेमिनल #न्यूरोलॉजिया नाम की बीमारी है । आयुर्वेद में इसे #त्रिनाड़ीशूल भी कहते है।

जो भी #एलोपैथिक दवा लेते हैं उसके साइड एफ्फेक्ट (एलर्जी) के कारण दर्द और भी बढ़ जाता है । इस बीमारी की वजह से ही उनको चहरे पर तीव्र दर्द होता हैं ।

संत आशारामजी बापू #न्युरोलोजिकल बीमारी (डिमाइनेलेटिंग) से भी पीड़ित है ।इस बीमारी की वजह से नर्व (नसों) के ऊपर की फैटी कोटिंग खराब हो जाती है ।

#डिमाइनेलेटिंग के चलते कमर व पैरों में असहनीय दर्द होता है ।

आपको बता दे कि इससे पहले भी विशेषज्ञों ने जाँच में यही बीमारी बताई थी । आयुर्वेद विशेषज्ञों ने भी 12 बिमारियों के लक्षण बताये थे ।

संत आशारामजी बापू ने यह दावा किया था कि विशेषज्ञों ने इस इलाज के लिए उन्हें केरल जाने की सलाह दी है। आशारामजी बापू कहते है कि भयंकर बीमारी ट्राईजेमिनल न्यूरोलॉजिया इससे बड़ी कोई पीड़ा नहीं ।

यह वही बीमारी है, जिससे वह 15, 16 साल से जूझ रहे है । राजस्थान #हाई_कोर्ट के निर्देश पर बनी मेडिकल बोर्ड ने भी अपने रिपोर्ट में इस बीमारी की बात कही है | इस बीमारी में असहनीय दर्द होता है ।

चलिए अब आपको बताते है कि आखिर ये बीमारी है क्या....???

#ब्रेन के साथ जुड़नेवाली 12 नर्व में से एक है #ट्राईजेमिनल नर्वस जैसा कि आप तस्वीर में देख रहे है । इस नर्व की तीन शाखाएं होती है इसलिए इसे त्रिनाड़ी शूल भी कहते है ।

नर्व के तीन शाखाएं चहरे के ऊपरी,मध्य व निचले हिस्से की सेंसेशन या संवेदना को दिमाग तक पहुँचाती है ।

इसी #ट्राईजेमिनल नर्व को जब किसी तरह का नुकसान पहुंचता है तो ट्राईजेमिनल न्यूरोलॉजिया नाम की बीमारी होती है । इसमें नर्व की एक, दो या सभी तीनों शाखाएं प्रभावित हो सकती है ।

नर्व का जो हिस्सा प्रभावित होता है । उस हिस्से में अचानक तेज दर्द या जलन हो सकती है । यह दर्द कुछ सेकंड से दो मिनट तक रह सकता है ।

दर्द का यह दौरा दिन में कई बार भी पड़ सकता है । दौरे की संख्या व दर्द की तीव्रता इस बात पर निर्भर करती है कि नर्व को कितना नुकसान पहुंचा है ।

इलाज भी इसी के अनुसार होता हैं । इस बीमारी का इलाज के लिए सर्जरी भी की जाती है ।

जब डॉ. #सुब्रमण्यम स्वामीजी संत #आशारामजी बापू का केस लड़ने आगे आये तो कई सुनवाईयों में वो #जोधपुर भी पहुँचे और कहा कि संत आशारामजी बापू के साथ अन्याय हुआ है और उन्हें #जमानत मिलनी ही चाहिए |

हमारी #न्याय_प्रणाली....

#लालू और #जयललिता पर आरोप सिद्ध होने पर भी उनको जमानत दे सकती है ।

#सलमान खान और #संजय दत्त को भी जमानत दे सकती है ।

#तरुण_तेजपाल पर आरोप सिद्ध होने पर भी जमानत दे सकती है ।

#देशद्रोही #कन्हैया और उमर खादिल को जमानत दे सकती है ।

पर जिन पर अभी तक एक भी आरोप सिद्ध नही हुआ और इतनी भयंकर बीमारियों से ग्रसित है । 80 वर्ष की उम्र के है ऐसे हिन्दू संत आसारामजी बापू को जमानत नही दे रही....!!!

ये इस सदी का सबसे बड़ा अत्याचार है हमारे संतों पर और वो भी कानून की तरफ से....!!!

वहां #कैंसर से पीड़ित #साध्वी_प्रज्ञा_ठाकुर को #NIA से #क्लीनचिट मिलने पर भी #कोर्ट से जमानत नही मिल रही और यहाँ 80 वर्षीय संत आसारामजी बापू को इलाज के लिए भी जमानत नही मिल रही ।

ये कहीं न कहीं हमारी न्याय व्यवस्था कमजोर है इसलिए आज #न्याय_व्यवस्था से आम जनता का विश्वास उठता चला जा रहा है।

सरकार को चाहिए कि जल्द इस ओर ध्यान दें नही तो समाज में अराजकता की स्थिति उत्पन्न होने की संभावनाएं बढ़ती जा रही है ।
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