ईसाई मिशनरियां,और इस्लाम के प्रचारक भारत में धर्मांतरण करके अपने धर्म की बस्ती बढाने के लिए हर साल अरबों डॉलर खर्च करते है ।
jago hindustanee
कम्युनिस्ट एवं बहु राष्ट्रिय कंपनियां भी हिंदुओं को धर्म भ्रष्ट करने के लिए एवं अपनी संस्कृति से विमुख करने के लिए अरबों डॉलर खर्च करती है ताकि उनका इस देश को लूटने का तथा उसे आगे चलकर कम्युनिस्ट राष्ट्र बनानेका लक्ष्य सिध्द हो सके । तथाकथित धर्म निरपेक्ष सरकार विधर्मियों के साथ मिलकर हिंदुओं को लूटने में सहयोग देती है ।
ऐसे समय भी भारत के संत इस संस्कृति को बचाने के लिए और हिंदू धर्म की रक्षा के लिए तन, मन ,धन से सेवा करते है फिर भी उनको पैसे नहीं रखने चाहिए या बिजनेस नहीं करना चाहिए ऐसा कहनेवाले हिंदू जो खुद तो धर्म और संस्कृति की रक्षा के प्रति अपना दायित्व नहीं समझते और संतों को उपदेश देते है वे कितने भोले है
जैसे कोई कहे कि विदेशी आक्रांताओ, आतंकवादियों, चोर लूटेरों के पास तो भले आधुनिक शस्त्र रहे लेकिन जनता की सुरक्षा करनेवाले पुलिस और मिलिटरी के जवानों को निःशस्त्र रहना चाहिए. ऐसे भोले लोगों की भी रक्षा करते है संत महापुरुष उनकी निंदा नहीं करते और उनसे उपराम नहीं हो जाते । डॉ-प्रेमजी
1 comment:
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hindustani bhau
vikas pathak
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