पत्रकार - स्वामी जी राममंदिर का मामला सुप्रीमकोर्ट में चल रहा है, सुप्रीमकोर्ट से हटकर ऐसा क्या करेंगे की 2016 में राममंदिर का निर्माण पूरा हो जायेगा ? सुब्रमण्यम स्वामी:
राममंदिर 10 साल तक इसीलिए नहीं बना क्योंकि केंद्र में इटालियन बैठी थी । अब 2016 तक राममंदिर बन जायेगा क्योंकि यह MANYFESTO में है । अगर राममंदिर नहीं बनता है तो हम आन्दोलन करेंगे। राममंदिर बनाने में प्रधानमंत्री से पूछने की कोई जरूरत नही है । ये तो लीगली है, मुझे भरोसा है मैंने रामसेतु के लिए भी बोला था 2 साल में हो गया सुरक्षित । मैं अलग से कहीं नहीं जाऊँगा ।
मैंने सरकार से कहा था की राममंदिर में नल टूट गया है, वहां पूजा के लिए पानी दूर से लाना पड़ता है, चप्पल रखने का स्टैंड नहीं है, पार्किंग प्लाट नहीं है लेकिन सरकार ने मुझे कहा की मामला सुप्रीम कोर्ट में है कुछ नही करना है तो मैंने सुप्रीम कोर्ट में पिटीशन डाली और सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को आदेश दिया की यह सब निर्मााण करना है और यह सब मैंने 6 महीने में कर दिया ।
अब मैं सुप्रीम कोर्ट को बोलूँगा की राममंदिर नही बनने वाले जितने पेटीशन उसको ख़ारिज किया जाये और राममंदिर बनना चाहिए ।
फिर सरकार करती है तो ठीक है नहीं तो मैं सक्ष्म हूँ । राममंदिर का तो पार्टी के MANYFESTO में है और जो नहीं बनवायेंगे वह BJP में नहीं रहेंगे । राममंदिर बनाना हमारा कर्तव्य है। राममंदिर तो बनना ही है ।
ईसाई मिशनरियों द्वारा संचालित मीडिया का रवैया हमेशा हिन्दू विरोधी रहा है ।
Jagohindustani Anti Hindu Attitude Of Media
ब्रह्मचारी गिरीश वर्मा जी के लिए बिकाऊ मीडिया ने 'ब्रह्मचारी की भोग साधना' जैसे शीर्षक देकर डिबेट और ट्रायल करके दिन रात उनके खिलाफ ज़हर उगला लेकिन अब उनको कॉर्ट ने क्लीन चिट दे दी तब इलेट्रोनिक मीडिया और प्रिंट मीडिया उनकी निर्दोषता का प्रचार क्यों नहीं कर रहे
पहले भी बिकाऊ मीडिया ने जयेंद्र सरस्वती, स्वामी नित्यानन्द, श्री कुपालु महाराज जैसे संतों पर भी खूब कीचड़ उछाला लेकिन जब वो कोर्ट से निर्दोष बरी हो गए तो उनके लिए 1 मिनिट का भी न्यूज़ नहीं दिखाई क्यों
संत आसारामजी बापू के आश्रम में तांत्रिक विधि चल रही है ऐसा दिन रात मीडिया ने अभियान चलाया लेकिन जब उनको सुप्रीम कोर्ट ने क्लीन चिट दे दी तब बिकाऊ मीडिया मौन क्यों हो गई
अभी भी हमारे हिन्दू संत साध्वी प्रज्ञा जी, स्वामी असीमानंद, संत आसारामजी बापू , श्री धनंजय देसाई के ऊपर एक भी आरोप सिद्ध नही हुआ है फिर भी बिकाऊ मीडिया उनको पुरे जोश से बदनाम कर रही है । जैसे ही उनकी जमानत होने वाली होती है तो बिकाऊ मीडिया दिन रात उनके खिलाफ अभियान चलाकर कोर्ट पर दबाव डालती है ।
आखिर हिन्दू संतो के खिलाफ ही क्यों मीडिया दिखाती है कभी ईसाई पादरी या मौलवी के लिए क्यों नहीं ?
मीडिया की चैनले 90% ईसाई मिशनरियों द्वारा संचालित है इसलिए वो हमेशा हिन्दू विरोधी ही मुहीम चलाएगा ।