रोहिंग्या देश के लिए बहुत खतरनाक है उनका मकसद है जनसंख्या बढ़ाना और फिर देश पर कब्जा करने का इसलिए प्रतिदिन हजरों बच्चें पैदा कर रहे है हिंदुस्तानी तो बोलता है हम दो हमारे दो इसमे ही रुक गया है पर रोहिंग्या 40-40 बच्चें तक पैदा करते है इससे साफ जाहिर है कि जनसंख्या बढ़ाकर वोटबैंक खड़ा करके खुद कि सरकार बनाना और भारत पर राज करना है ।
वर्तमान सरकार ने रोहिंग्याओं को बाहर निकालने के लिए बड़ा कदम उठाया था पर न्यायालय ने रोक लगा दी ये बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है न्यायालय को रोहिंग्याओं के बारे में पूरी जानकारी लेकर न्यायालय को सरकार के फैसले को मान्य रखना चाहिए ।
रोहिंग्या देश के लिए कितने खतरनाक है उसके लिए
मानवाधिकार संगठन ऐमनेस्टी इंटरनेशनल का रिपोर्ट से पता चलता है ।
मानवाधिकार संगठन ऐमनेस्टी इंटरनेशनल का रिपोर्ट से पता चलता है ।
Horrible report: Rohingyas did openly kill Hindus |
बिते साल म्यांमार के रखाइन राज्य में हुई हिंसा के दौरान रोहिंग्या आतंकियों ने गांव में रहने वाले हिंदुओं का कत्लेआम किया। ऐमनेस्टी इंटरनेशनल ने मंगलवार को एक रिपोर्ट जारी कि जिसमें हिंसा के दौरान हुई मौतों के बारे में यह नया खुलासा हुआ है। मानवाधिकार संगठन कि रिपोर्ट में पाया गया है कि यह नरसंहार 25 अगस्त 2017 को हुआ था जिसमें 99 हिंदुओं को मौत के घाट उतार दिया गया। यह वही दिन था जिस दिन रोहिंग्या उग्रवादियों ने पुलिस पोस्ट्स पर हमले किए थे और राज्य में संकट शुरू हो गया था।
उग्रवादियों के हमले के जवाब में म्यांमार कि सेना ने ऑपरेशन चलाया जिसकी वजह से करीब 7 लाख रोहिंग्या मुस्लिमों को इस बौद्ध देश को छोड़कर जाने पर मजबूर होना पड़ा। संयुक्त राष्ट्र ने म्यांमार सेना के ऑपरेशन को रोहिंग्याओं का ‘नस्ली सफाया’ बताया। रोहिंग्या उग्रवादियों पर दुर्व्यवहार के भी आरोप लगे। इसमें रखाइन राज्य के उत्तरी हिस्से में हिंदुओं के नरसंहार का मामला भी शामिल है। बिते साल सितंबर में सेना मीडिया रिपोर्ट्स को इस इलाके में ले गई जहां सामूहिक कब्र मिली।
एएसआरए संगठन के नेता अता उल्लाह (बीच में)
इन उग्रवादियों के संगठन अराकान रोहिंग्या सैल्वेशन आर्मी (ARSA) ने उस समय नरसंहार कि जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया था। लेकिन ऐमनेस्टी इंटरनैशनल ने कहा कि नई जांच से यह स्पष्ट है इस संगठन ने 53 हिंदुओं को फांसी देकर मार दिया। मरने वालों में अधिकांश खा मॉन्ग सेक गांव के बच्चे थे।
ऐमनेस्टी इंटरनेशनल कि तिराना हसन ने कहा, ‘हमारी ताजा जांच से ARSA द्वारा उत्तरी रखाइन में बड़े पैमाने पर किए गए मानवाधिकारों के दुरुपयोग पर प्रकाश पड़ता है जो मामले अब तक रिपोर्ट नहीं किए गए थे। ये अत्याचार भी गंभीर है।’
इस हिंसा से जान बचाकर भागे 8 लोगों से बातचीत के बाद मानवाधिकार समूह ने कहा कि दर्जनों लोगों को बांध कर आंख पर पट्टी लगाकर शहर में घुमाया गया। 18 साल कि राज कुमार ने ऐमनेस्टी से कहा, ‘उन्होंने पुरुषों का कत्ल कर लिया। हमें उनकी तरफ न देखने को कहा गया…उनके पास चाकू थे। उनके पास लोहे के छड भी थे।’ राज ने कहा कि झाड़ी में छिपकर उसने अपने पिता, भाई, चाचा कि हत्या होते देखा। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि उसी दिन ये बॉक क्यार नाम के एक दूसरे गांव में 46 हिंदू पुरुष, महिलाएं और बच्चे गायब हो गए। स्त्रोत : नवभारत टाइम्स
आपने देखा देश के लिए रोहिंग्या खतरे से खाली नही है फिर भी सेकुलर और मीडिया उनके निकलाने कि बात करते ही छाती पीटने लगती है ।
रोहिंग्यों के लिये आंसू बहाने वाले इस रिपोर्ट पढ़कर क्या अब देश को जवाब देंगे ?
रोहिंग्या शरणार्थीयों को मिलने बांग्लादेश जानेवाली प्रियंका चोपडा क्या अब इस समाचार पर कुछ कहेगी ?
रोहिंग्या देश के लिए क्यों खतरा है?
*1.* शरणार्थियों के #आतंकी #संगठनों से #संबंध है !
*2.* रोहिंग्या न केवल #भारतीय #नागरिकों के अधिकार पर #अतिक्रमण कर रहे हैं अपितु सुरक्षा के लिए भी चुनौती हैं !
*3.* #रोहिंग्या शरणार्थियों के कारण #सामाजिक, #राजनीतिक और #सांस्कृतिक #समस्याएं खड़ी हो सकती हैं !
*4.* इसके पीछे कि एक सोच यह भी है कि भारत के जनसांख्यिकीय स्वरूप सुरक्षित रखा जाए !
मुद्दे कि बात यह है कि जिस तरह से घुसपैठियों ने देश में आकर देश कि जनता को मजहब के नाम पर और खुद कि संख्या ज्यादा करने के लिए मारना शुरू किया है उससे देश में #आतंक #फैल #सकता है जिससे खून खराबे हो सकते हैं जो कि किसी भी देश के लिए सही बात नहीं है ।
भारत सरकार ने रोहिंग्या मुसलमानों को देश से बाहर निकालने का जो निर्णय लिया है वह देश कि सुरक्षा के लिए कितना उचित है इसका अंदाजा सभी भारतीय लगा सकते हैं ।परंतु फिर भी सेक्युलरिस्ट कार्यकर्ता कुछ राजनेता तथा कर्इ धर्मांध जिहादी इन रोहिंग्या मुसलमानों का समर्थन कर उन्हें भारत में शरण मिलने के लिए भारत सरकार पर दबाव डाल रहे हैं । कुछ जिहादी धर्मांधों ने तो यह भी धमकिया दी है कि यदि रोहिंग्या मुसलमानों को कोर्इ हाथ भी लगाएगा तो भारत देश तथा हिन्दुआें को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होगे ।
सभी राष्ट्रप्रेमी नागरिकों को अब संगठित होकर भारत सरकार से यह मांग करनी चाहिए कि रोहिंग्या मुसलमानों के साथ साथ अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियो तथा रोहिंग्या मुसलमानों का समर्थन करनेवालों को भी इस देश से बाहर निकाले । नहीं तो यह #लोग #भविष्य में हमारे #अस्तित्व पर ही #संकट ला सकते है इसलिए अभी से #सावधान !!
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