मीडिया कब तक छुपाएगी सच्चाई समाज से..???
देश में कई राज्यो में गौ हत्या पर रोक लगी हुई है लेकिन फिर भी गौ तस्कर रुकते नही हैं अलग-अलग तरीकों से गौ माता को कत्लखाने पहुँचा ही देते हैं ।
मीडिया कब तक छुपाएगी सच्चाई समाज से..??? |
ऐसा ही एक मामला सामने आया है लेकिन मीडिया ने अभी तक चुप्पी साधी है ।
आइये हम आपको बताते हैं सच्चाई...
निवाई (राजस्थान) के पास तीन दिन पहले पुलिस ने सीएलजी सदस्यों के सहयोग से गोवंश से भरे दो ट्रक जब्त किए हैं।
थाना प्रभारी ओमप्रकाश वर्मा ने बताया कि शनिवार रात सूचना मिली कि दो ट्रकों में बछड़े ठसाठस भरे हुए हैं सोहेला की ओर जा रहे हैं । नाथड़ी जाकर नाकाबंदी करते हुए झिराना की ओर से आने वाले ट्रकों की जांच शुरू की। इस दौरान दो ट्रक उस ओर आने लगे। मगर नाकाबंदी देख चालकाें ने वाहनों को झिराना की ओर मोड़ लिया।
पुलिस ने ट्रकों का पीछा करते हुए झिराना पुलिस चौकी को सूचना दी। नानेर में सीएलजी सदस्यों के सहयोग से रास्ते में एक ट्रक आड़ा खड़ा करवाकर गोवंश से भरे ट्रकों को रुकवाया। मगर चालक ट्रकों को रास्ते में छोड़कर भाग गए । पीछा करती हुई पहुंची पुलिस ने ट्रकों को जब्त कर लिया। जांचने पर एक ट्रक में 36 तथा दूसरे में 32 बछड़े मिले। इनमें से चार बछड़े मृत मिले।
पुलिस ने पशु चिकित्सा प्रभारी डॉ. ए.के पांडे को सूचना मौके पर बुलाया। चिकित्साधिकारी ने मौके पर पहुंचकर घायल बछड़ों का उपचार किया। मृत चारों बछड़ों का पोस्टमार्टम करवाकर जमीन में दफना दिया। शेष बछड़ों को पुलिस ने गोशाला में भिजवाने के लिए पीपलू एसडीएम को सूचना दी। एसडीएम अशोक कुमार सांखला ने सभी 64 बछड़ों को निवाई स्थित संत आशारामजी बापू गौशाला में भेज दिए।
आपको बता दें कि ये पहली बार नही है जो इन 64 बछडों को ही संत आसारामजी गौशाला में रखा गया हो पहले भी कई बार संत आसारामजी बापू ने कत्लखाने जाती हुई गायों को बचाकर अपने गौशाला में रखा है ।
क्या आपको पता हैं संत आसारामजी बापू के देशभर में बड़ी-बड़ी 9 गौशालाएं हैं ।
संत श्री आशारामजी बापू की गौशालाएँ गौ रक्षा की बनी मिसाल..!!
देश में एक तरफ गौ-माता के कत्लखाने, दूसरी ओर संत आसारामजी गौशालाओं में कत्ल करने के लिए जा रही हजारों गायों को बचाकर गौशालाओ में रखा है । उन गायों की भी वहां अच्छे से देखभाल की जाती है जो दूध भी नही देती और कई गायें तो बीमार भी रहती हैं उनकी भी वहाँ मौसम अनुसार अच्छी देखभाल की जाती है ।
गरीबों के लिए भी गौशालाएं बनी सहारा..!!!
संत आशारामजी बापू की गौशालाओं द्वारा गौ माता के गौमूत्र, गोबर आदि से धूपबत्ती, खाद, फिनाईल, औषधियाँ आदि का निर्माण कर गौशालाओ को स्वावलम्बी बनाकर अनेक गरीब परिवारों के लिए रोजी-रोटी का द्वार भी खोल दिया ।
गौ माताओं के लिए इतना उत्तम सेवाकार्य किया जा रहा है संत आसारामजी बापू द्वारा लेकिन मीडिया इसको न दिखाकर केवल यही दिखाती है कि कैसे एक हिन्दू संत की छवि को धूमिल कर दिया जाये और करोड़ों ह्रदय में कैसे नफरत भर दी जाये यही इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया का काम है ।
उनके अनुयायियों द्वारा गौ माता को बचाने के लिए ट्वीटर के जरिये भी वे लोग कई बार भारत में टॉप ट्रेंड में रहे हैं ।
गौरतलब है कि आज बापू आसारामजी 40 महीने से बिना सबूत जेल में हैं । पर उनका केस पढ़ने के बाद डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी, स्वर्गीय अशोक सिंघल तथा अन्य कई जानी मानी हस्तियों ने कहा है कि उनको अंतर्राष्ट्रीय षड़यंत्र के तहत जेल में भेजा गया है लेकिन फिर भी उनके द्वारा बताये गए सेवाकार्यों में उनके शिष्य हमेशा आगे ही रहते हैं ।
लेकिन मीडिया ने ये सब कभी नही बताया और न ही कभी बताएंगी । पर हर समझदार और बुद्धिजीवी अब इस बात को समझ चुका है कि हिन्दू संत आसारामजी बापू को फंसाने में मिशनरियों व मीडिया की सांठ-गांठ है ।
अतः हिंदुस्तानी सावधान रहें ।
जय हिन्द!!
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