12 September 2018
भारत में वेटिकन सिटी के इशारे पर पादरी देशवासियों का धर्मान्तरण करवा रहे हैं और अपने धर्मस्थल में ही बच्चे-बच्चियों का बलात्कार कर रहे हैं, लेकिन उनके खिलाफ न कोई ठोस कार्यवाही हो रही है और ना ही मीडिया, सेक्युलर नेता कुछ बोल रहे हैं ।
उत्तर प्रदेश के जौनपुर में ईसाई मिशनरियों ने पैसे, दवाई आदि का लालच देकर सैकड़ों हिंदुओं का धर्मपरिवर्तन करवा लिया है, ईसाई पादरी खुलेआम हिन्दू देवी-देवता व साधु-संतों को गालियां देते हैं और हिन्दू संस्कृति का मजाक उड़ाते हैं और प्रभू यीशु का गुणगान करके भोले-भाले हिन्दुओ का धर्मपरिवर्तन करवा देते हैं ।
Repeat, smuggling and conversion of Christian pastors in India, when will the rein? |
पुलिस ने चर्च के संचालक और पादरी समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है । कोर्ट के आदेश के बाद मामला दर्ज होने पर मामले की जांच खुद एसपी सिटी जौनपुर अनिल कुमार पांडेय कर रहे हैं ।
ईसाई केन्द्र के संचालक पादरी समेत 271 लोगों पर कार्यवाही के लिए पुलिस ने केस दर्ज किया है ।
दूसरा मामला है जम्मू कश्मीर कठुआ के पारलीवंड इलाके में चर्च के नाम पर बने अवैध हॉस्टल में पुलिस ने छापेमारी कर बच्चों को बचाया ।
डिप्टी कमिश्नर रोहित खजूरिया ने बताया है कि बच्चों ने अपने साथ दुर्व्यवहार और यौन शोषण की बात कही है । बचाए गए बच्चों में 12 लड़के और आठ लड़कियां हैं ।
बच्चों को पुलिस ने नारी निकेतन और बाल आश्रम में भेज दिया है ।
हॉस्टल संचालक पादरी एंथनी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है । यह पादरी केरल का रहने वाला था ।
तीसरा मामला है पंजाब के जालंधर का, जहाँ जुलाई महीने में नन ने जालंधर के पादरी बिशप फ्रैंको मुलक्कल के खिलाफ रेप और शारीरिक उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी । आरोपों के मुताबिक, आरोपी बिशप का काम के सिलसिले में अक्सर केरल आना होता था । इस दौरान उसने कई बार नन के साथ रेप की वारदात को अंजाम दिया ।
नन ने वेटिकन सिटी को पत्र लिखा है 7 पेजों के अपने पत्र में कहा है कि बिशप मुलक्कल ने साल 2014 से 2016 के बीच उसका शारीरिक उत्पीड़न किया । साथ ही यह भी बताया कि वह किस-किस के पास मदद के लिए गई, लेकिन उसकी मदद के लिए कोई भी आगे नहीं आया । पीड़िता ने पोप से इस मामले में दखल देकर न्याय की गुहार लगाई है । वेटिकन सिटी के पोप दुनियाभर में सबसे बड़े ईसाई धर्मगुरू हैं ।
अभी हाल ही में देश मे हाल में ही कई ऐसी घटनाएं हुई हैं जिससे ये बात साफ हो गई है कि ईसाई मिशनरियां मानव तस्करी के साथ दुष्कर्म को बढ़ावा देने वाली बन गई हैं । मदर टेरेसा की संस्था ‘मिशनरीज ऑफ चैरिटी’ के रांची सेंटर में बच्चे बेचे जाने का मामला सामने आने के बाद पहली बार लोगों को पता चला है कि मानवता और समाज में सेवा के नाम पर दरअसल क्या हो रहा था । जाहिर है देश के लिए इससे शर्मनाक कुछ नहीं हो सकता कि धर्म की आड़ में बच्चे बेचने का रैकेट चले ।
अभी हाल ही में दूसरा मामला बच्चों की तस्करी का आया है ।
झारखंड के चाईबासा जिले से मानव तस्करी कर अवैध तरीके से लुधियाना ले जाए गए 34 बच्चों में 30 बच्चे लापता हैं । सभी बच्चों को लुधियाना स्थित पैकियम मर्सी क्रास बाल गृह में रखा गया था । वहाँ ईसाई मिशनरियों द्वारा उनका धर्म परिवर्तन करवाया जा रहा था और उनसे बाल मजदूरी करवाई जा रही थी । इस पूरे प्रकरण में चाईबासा के एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (ए.एच.टी.यू.) थाने में F.I.R. दर्ज कराई गई है । यह प्राथमिकी सी.डब्ल्यू.सी. चाईबासा की सदस्य ज्योत्सना तिर्की ने दर्ज कराई है ।
वेटिकन के इशारे पर भारतीय संस्कृति को खत्म करने के लिए भारत मे ईसाई मिशनरियां जोरो-शोरो से कार्य कर रही है, देशभर में कॉन्वेंट स्कूल, चर्च व हॉस्पिटल आदि खोल रखे हैं, जिससे पढ़ाई करते समय ही हिन्दू धर्म के प्रति नफरत, चर्च में प्रार्थना के बहाने धर्मान्तरण करवाया जा रहा है, हॉस्पिटल में भी यही गोरखधंधा चल रहा है, बच्चों की तस्करी की जा रही है ।
भारत मे ईसाई मिशनरियों की जड़ बहुत गहरी हो चुकी है इसे रोकने के लिए जो भी हिंदुनिष्ठ या साधु-संत आड़े आते हैं उनकी हत्या करवा दी जाती है या मीडिया द्वारा बदनाम करके जेल भिजवाया जाता है ।
जैसे उड़ीसा की जेल में सालों से बंद हैं दारासिंह, स्वामी लक्ष्मणानन्द की हत्या करवा दी एवं हिन्दू संत आसाराम बापू ने लाखों हिन्दुओं की घरवापसी करवाई और करोड़ों हिन्दुओं को अपनी संस्कृति की महिमा समझायी एवं आदिवासियों को जीवनोपयोगी वस्तुएं देकर धर्मान्तरण पर रोक लगाई तो उन्हें झूठे केस में फंसा कर उम्रकैद की सजा करवा दी ।
विश्व में कैथोलिक पादरियों द्वारा हजारों यौन उत्पीड़न के मामले सामने आ चुके हैं । अकेले 2001-10 के कालखंड में 3 हजार पादरियों पर यौन उत्पीड़न और कुकर्म के आरोप लग चुके हैं ।
जो खुद दुष्कर्म करते हैं, दारू पीते हैं, मांस खाते हैं, मानव तस्करी करते हैं, ऐसे पादरी भारत में भोले-भाले हिन्दुओं का धर्मान्तरण करवा रहे हैं ।
गांधीजी ने कहा था कि "हमें गौमांस भक्षण और शराब पीने की छूट देने वाला ईसाई धर्म नहीं चाहिए । धर्म परिवर्तन वह ज़हर है जो सत्य और व्यक्ति की जड़ों को खोखला कर देता है। मिशनरियों के प्रभाव से हिन्दू परिवार का विदेशी भाषा, वेशभूषा, रिति-रिवाजों के द्वारा विघटन हुआ है । यदि मुझे क़ानून बनाने का अधिकार होता तो मैं धर्म परिवर्तन बंद करवा देता । इसे तो मिशनरियों ने व्यापार बना लिया है पर धर्म आत्मा की उन्नति का विषय है । इसे रोटी, कपड़ा या दवाई के बदले में बेचा या बदला नहीं जा सकता ।"
भारत में ईसाई मिशनरियों को बैन कर देना चाहिए तभी देश बच पाएगा नहीं तो ये लोग देश की सभ्यता खत्म करना चाहते हैं, सफल हो जाएं उससे पहले इन्हें बैन कर देना चाहिए ।
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