
गौहत्या करने के लिए , गौमांस खाने के लिए गाय चोरी करने वालों को अगर गौरक्षक पकड़ लें और उनकी पिटाई कर दें तो पूरे देश में आग लग जाती है, संसद में हंगामा शुरू हो जाता है, सुप्रीम कोर्ट तक नाराज हो जाती है और प्रदेश सरकारों को गौ-तस्करों की रक्षा करने के पुख्ता इंतजाम करने का आदेश दे दिया जाता है ।

गौहत्या करने वाले गौतस्कर जगह-जगह मंदिरों में सो रहे साधु या पुजारियों की हत्या कर दें तो सरकार, कोर्ट, मीडिया सभी चुप्पी साध लेते हैं । सेकुलर समाज तो, खैर हिन्दुओं को इंसान मानता ही नहीं ।

2018 के अगस्त महीने में ही दस दिनों में तीन साधुओं की हत्या हुई पर सभी मौन है किसीकी आवाज उठती नहीं दिख रही है ।

13 अगस्त को अलीगढ़ के एक मंदिर में 75 वर्षीय साधु व उनके साथी की हत्या ।
 |
6 sadhus, 1 priest, 3 servants were killed in 10 days, shadow silence |
16 अगस्त को ओरैया के मंदिर में तीन साधुओं की हत्या ।

19 अगस्त को करनाल मंदिर में 1 पुजारी,
1 साधु व 2 सेवादारों हत्या ।
20 अगस्त को प्रयाग में एक साधु की हत्या ।

भयंकर तरीके से प्रताड़ित करके इतने सारे हिन्दू साधुओं की हत्या की गई पर सेकुलर, नेता, मीडिया, न्यायालय सब चुप है क्यों ? क्योंकि भारतीय संस्कृति की रक्षा करने वाले साधुओं की हत्या की गई है ।

हिन्दू साधु-संत ही क्यों टारगेट में है?
भारत देश में अभी भी भारतीय संस्कृति की परंपरा अगर किसी ने अभी तक जीवित रखीे है तो वह हैं हमारे साधु-संत इसलिए सबसे ज्यादा टारगेट हिन्दू साधु-संत को ही किया जाता है ।

गौहत्या रोकना, गौमाता की महिमा बताना, श्री राम मंदिर बनाना, हिन्दुओं को अपनी संस्कृति के प्रति जागरूक करना, धर्मान्तरण रोकना, विदेशी प्रोडक्ट खरीदने से रोकना, स्वदेशी का प्रचार करना, व्यसन मुक्त भारत बनाना, सिनेमा आदि से दूर रखने का प्रयास करना, प्राचीन संस्कृति की ओर हमें मोड़ना, वेद व शास्त्र सम्मत कार्य करने के लिए प्रेरित करना विदेशी त्यौहार के बदले अपने त्यौहारों को मनाने को प्रेरित करना आदि आदि अनेक दिव्य कार्य करने को साधु-संत प्रेरित करते हैं और अधर्म से लड़ते है और हमें जगाते हैं । जिसके कारण आज हिन्दू साधु-संतों की हत्या हो रही है और मीडिया द्वारा बदनाम करवाकर जेल भिजवाया जा रहा है ।

साध्वी प्रज्ञा, स्वामी असीमानन्द, शंकराचार्य अमृतानंद, स्वामी केशवानंद जी आदि अनेक संतों को बिना सबूत सालों से जेल में रखा गया ।
उड़ीसा के लक्ष्मणानन्द जी की हत्या करवा दी ।

वर्तमान में हिन्दू संत आसाराम बापू को उम्रकैद सजा सुना दी गयी क्योंकि उन्होंने लाखों हिंदुओ मि घर वापसी करवाई और धर्मान्तरित होने से बचाया, हजरों गायों कप कत्लखाने जाने बचाकर अनेकों गौशालाएं खोली, क्रिसमिस की जगह तुसली पूजन और वेलेंटाइन डे की जगह मातृ-पितृ पूजन शुरू किया, करोड़ों लोगों को अपने धर्म के प्रति जागृत किया, करोड़ों युवक-युवतियों को ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करवाया, करोड़ों लोगों को व्यसन मुक्त किया, विदेशी कम्पनियों के प्रोडक्ट बन्द करवाकर स्वदेशी घरेलू प्रोडक्ट बनाने में तरीके बताए, विदेशों में जाकर भारतीय संस्कृति का प्रचार किया जिस वजह से राष्ट्रविरोधी ताकतों ने उनको टारगेट किया और मीडिया द्वारा बदनाम करवाकर जेल भिजवा दिया और उम्रकैद की सज़ा सुनवा दी जबकि एफआईआर में रेप केस का जिक्र नहीं है, मेडिकल रिपोर्ट में कोई प्रूफ नहीं है, बालिग होने के कई प्रमाण हैं, उनके खिलाफ षड्यंत्र किया गया उसके सबूत हैं फिर भी उम्रकैद दिया इससे साफ सिद्ध होता है कि राष्ट्रविरोधी ताकतें उनको बाहर नहीं आना देना चाहती हैं ।

साधु-संत तो अपना कर्तव्य कर रहे हैं, लेकिन
हिन्दू संगठित नहीं रहेगा तो सभी मंदिर अपवित्र कर दिये जाएंगे, पुजारी साधुओं का ऐसे ही कत्ल कर दिया जाएगा, फिर हिन्दू संस्कृति को बचाने वाले कोई नहीं रहेगा और फिर आपको धर्मांतरित किया जाएगा और फिर आप गुलाम की तरह रखें जाएंगे ।

हिन्दुओं को संगठित होकर अपने साधु-संतों पर हो रहे षड्यंत्र का विरोध करना चाहिए, तभी हिन्दू संत सुरक्षित रह पाएंगे ।

Official Azaad Bharat Links:

🏻
No comments:
Post a Comment