February 20, 2018
ईसाई धर्म की स्थापना यीशु ने 2017 साल पहले की, मुस्लिम धर्म की स्थापना 1450 साल पहले मोहम्मद पैंगम्बर ने की लेकिन हिन्दू धर्म की किसी ने स्थापना नही की है बल्कि जबसे सृष्टि का उद्द्गम हुआ तबसे हिन्दू (सनातन ) धर्म है, सनातन धर्म में ही भगवान श्री राम, श्री कृष्ण और ऋषि-मुनियों का अवतार हुआ और उन्होंने धर्म का प्रचार प्रसार करके मनुष्य को इतना उन्नत करने की कला बताई कि वो स्वयं नई सृष्टि बना सकता है।
दुनिया का सबसे प्राचीन हिन्दू धर्म अपनी उदारता, व्यापकता और सहिष्णुता की वजह से पूरी दुनिया के लोगों को ध्यान खींच रहा है। ऑस्ट्रेलिया और आयरलैंड जैसे देश में तो सबसे तेजी से बढ़ने वाला धर्म बन गया है।
Hindu temple will be built in the United Arab world, Australia is also fastest growing Hindutva |
ऑस्ट्रेलिया में हिन्दुत्व के सबसे तेजी से बढते धर्म के उभरने के साथ ही विक्टोरिया सरकार ने यहां श्री शिव विष्णु मंदिर के उन्नयन के लिए शुक्रवार को 160,000 डॉलर की धनराशि देने की घोषणा की । कल्चर एंड हेरिटेज सेंटर को श्री शिव विष्णु मंदिर के तौर पर भी जाना जाता है । इसे वर्ष 1994 में मंदिर का दर्जा दिया गया था । इसे दक्षिणी गोलार्द्ध में सबसे बडा हिन्दू मंदिर भी माना जाता है । विक्टोरिया में बहुसंस्कृति मामलों के मंत्री रोबिन स्कॉट ने शुक्रवार (16 फरवरी) को मंदिर की यात्रा करते हुए कहा कि सरकार हिन्दू सोसाइटी ऑफ विक्टोरिया को 160,000 डॉलर से ज्यादा की धनराशि कल्चरल एंड हैरिटेज सेंटर के उन्नयन के लिए देगी ।
स्कॉट ने कहा कि श्री शिव विष्णु मंदिर के उन्नयन से हमारे हिन्दू समुदाय को करुणा, निस्वार्थता, सद्भाव, सहिष्णुता और सम्मान के मूल्यों को स्थापित करने तथा साझा करने में मदद मिलेगी ।
आपको बता दें कि ऑस्ट्रेलिया में 2011 की जनगणना के अनुसार हिंदू धर्म सबसे तेजी से बढ़ने वाला धर्म है। 2011 की जनगणना में हिंदू धर्म सर्वाधिक तेजी से फैलने वाला धर्म पाया गया था। 2016 की जनगणना में 2.7 फीसद हिंदू आबादी का अनुमान है। ऑस्ट्रेलिया जैसे देश में आधुनिकता की दौड़, भागमभाग, तनाव में लिपटी जीवनचर्या को हिंदू धर्म में ही सुकून मिल रहा है।
दुनिया के सबसे प्राचीन धर्म के प्रति ऑस्ट्रेलियाई लोगों में आस्था बढ़ रही है। हिन्दू धर्म अपनाने वाले एक ऑस्ट्रेलियाई के अनुसार हिंदू धर्म में जीवन जीने का तरीका, शाकाहार, कर्म, आध्यात्मिकता ऐसे तत्व हैं जो और कहीं नहीं हैं।
ऑस्ट्रेलिया के #मेलबर्न जैसे बड़े शहर में #रथयात्रा और #जन्माष्टमी जैसे #त्यौहारों के मौकों पर मंदिरों में और अन्य आयोजनों में उमड़ती हजारों लोगों की भीड़ से #हिंदुत्व के प्रति ऑस्ट्रेलियाई लोगों की #आस्था का अंदाजा लगाया जा सकता है।
मेलबर्न में इस्कॉन मंदिर के अलावा भी कई मंदिर हैं जो आस्था का केंद्र बने हुए हैं। एक आंकड़े के मुताबिक पूरे #ऑस्ट्रेलिया में भगवान #गणेश, #श्रीकृष्ण, #माता दुर्गा, #हनुमान जी के 51 #हिंदू मंदिर हैं। इनमें से 19 मंदिर विक्टोरिया में हैं। मेलबर्न के कैरम डाउन इलाके में शिव-विष्णु मंदिर ऑस्ट्रेलिया का सबसे पुराना और बड़ा मंदिर है। इसकी बुनियाद 1988 में रखी गई थी। ये मंदिर करीब 6 एकड़ में फैला है और यहां हर साल लाखों लोग दर्शन के लिए आते हैं।
इन मंदिरों में हिन्दू रीति-रिवाजों के अनुसार शादी, नामकरण संस्कार और पूजा-अर्चना के अलावा होली-दीवाली जैसे मौकों पर खास आयोजन भी किए जाते हैं। लोग बच्चे के जन्म, नए घर में प्रवेश या कार खरीदने पर भी यहां पूजा के लिए आते हैं।
इसाई देश आयरलैंड में बढ़ रहे है हिन्दू
आयरलैंड देश मुख्य रूप से ईसाई धर्म का पालन करने वाला देश है। लेकिन आयरलैंड
में भी हिन्दू धर्म का तेजी से विकास हो रहा है। आयरलैंड की जनगणना के अनुसार पिछले 5 सालों में हिन्दुओं की आबादी में 34 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह जनगणना 2016 के अप्रैल महीने में की गयी थी।
संयुक्त अरब में बनेगा भव्य हिन्दू मंदिर
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की राजधानी अबू धाबी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीते रविवार (11 फरवरी) को वीडियो लिंकिंग के जरिए हिन्दू मंदिर की आधारशिला रखी थी । अबू धाबी में भारतीय मूल के तीस लाख से ज्यादा लोग रहते हैं । मंदिर समिति के सदस्यों ने मंदिर से जुडा साहित्य प्रधानमंत्री मोदी को शनिवार (10 फरवरी) रात यहां पहुंचने पर दिया । दुबई-अबू धाबी राजमार्ग पर बनने वाला यह अबू धाबी का पहले पत्थर से निर्मित मंदिर होगा । अबू धाबी में प्रथम हिन्दू मंदिर 55,000 वर्ग मीटर भूमि पर बनेगा ।
एक तरफ विदेशी भी हिन्दू धर्म की महिमा जानकर हिन्दू धर्म और संस्कृति की तरफ आकर्षित हो रहे है, दूसरी ओर हिन्दू बाहुल देश भारत में ही ईसाई मिशनरियां और कुछ मुस्लिम समुदाय के लोग हिन्दू धर्म को मिटाकर अपना धर्म बढ़ाना चाहते हैं इसलिए लालच देकर एवं जबरन धर्मान्तरण, लव जिहाद आदि करके हिन्दू धर्म को तोड़ रहे हैं ।
हिन्दू धर्म में रहने वाले भी कुछ लोग हिन्दू धर्म की महिमा समझते नही हैं और बोलते हैं कि सर्व धर्म समान । सकरव धर्म सम्मान तो हो सकता है पर सर्व धर्म समान नहीं हो सकते । महान सनातन हिन्दू धर्म को किसी धर्म के साथ जोड़ना मूर्खता ही है।
हिन्दू संस्कृति की आदर्श #आचार #संहिता ने समस्त वसुधा को #आध्यात्मिक एवं #भौतिक उन्नति से पूर्ण किया, जिसे हिन्दुत्व के नाम से जाना जाता है।
हिन्दू धर्म का यह पूरा वर्णन नही हैं इससे भी कई गुणा ज्यादा महिमा है क्योंकि हिन्दू धर्म सनातन धर्म है इसके बारे में संसार की कोई कलम पूरा वर्णन नही कर सकती । आखिर में हिन्दू धर्म का श्लोक लिखकर विराम देते हैं ।
सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया,
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दुख भागभवेत।
ऊँ शांतिः शांतिः शांतिः
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